वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के महा प्रकोप से बचने के लिए देश में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को लागू किया। साथ ही केंद्र सरकार ने इस बीमारी को देश में फैलने से बचाने के लिए लॉक डाउन लगा लोगों को घर में रहने को मजूबर कर दिया। ताकी एक दुसरे के संपर्क में लोग नहीं आए और बीमारी का प्रकोप देश में नहीं फैले। वहीं केंद्र सरकार के द्वारा लॉक डाउन के नियमों की घोषणा के साथ देश में सभी कार्यक्रम बंद हो गए। देश में शादी समारोह भी पूर्ण रूप से बंद हो गए। ऐसे में लोग शादी-विवाह को लेकर काफी परेशान हैं।
तो आपको बता दें कि भीड़ में कोरोना वायरस किस तरह फैल सकता है, इसका पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों ने जर्मनी में एक कंसर्ट का आयोजित किया है। जर्मनी के लिपजिग शहर में शनिवार को करीब 1500 लोगों के लिए RESTART-19 नाम से इन्डोर कंसर्ट हुआ। जहां जर्मन सिंगर टिम बेन्जको ने परफॉर्म किया। जर्मनी की यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल हैले की ओर से ये कंसर्ट तीन अलग-अलग स्थिति में आयोजित किए गए। एंट्री के वक्त वॉलंटियर्स के तापमान की जांच की गई और बीते 48 घंटे के दौरान उनका कोरोना टेस्ट भी किया गया था। शामिल होने वाले लोगों का टेस्ट में निगेटिव आना जरूरी था। वैज्ञानिक कंसर्ट से ये पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इससे कोरोना कैसे फैल सकता है, ताकि भविष्य में किसी बड़े इवेंट के दौरान उचित तैयारी की जा सके। कंसर्ट में शामिल होने वाले लोगों को मास्क भी पहनने को कहा गया और उन्हें गर्दन में पहनने के लिए एक डिवाइस भी दी गई थी।
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इस डिवाइस के जरिए वैज्ञानिकों को हर 5 सेकंड में ये जानकारी मिलती रही कि व्यक्ति स्टेडियम में कहां पर है और किस रास्ते से आ-जा रहा है। इस रिसर्चर्स में यह पता लगाने की कोशिश की कि स्टेडियम में किन जगहों को लोग सबसे अधिक छूते हैं। कंसर्ट में सिर्फ 18 से 50 साल के लोगों को शामिल किया गया था। वैज्ञानिकों ने तीन तरह से कंसर्ट आयोजित किए। पहली स्थिति में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया और आने-जाने के लिए सिर्फ दो ही दरवाजे तय किए गए। दूसरी स्थिति में लोगों की एंट्री के लिए आठ दरवाजे तय किए गए और हर दूसरी सीट ब्लॉक कर दी गई। वैज्ञानिकों ने तीसरी स्थिति में भी कंसर्ट आयोजित किया। इस दौरान 12 हजार क्षमता वाले स्टेडियम में काफी कम लोगों को बुलाया गया और उन्हें 5 फीट की दूरी पर बैठने को कहा गया। इस पूरे आयोजन पर 8 करोड़ 74 लाख रुपये का खर्च आया जिसे स्थानीय सरकार चुका रही है। वहीं इस रिसर्च का रिपोर्ट 4 से 6 हफ्ते में जारी किए जाने की उम्मीद है।
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ऐसे में अब सवाल उठने लगा क्या इस रिपोर्ट में ये बात खुलकर सामने आती है कि, कोरोना बीमारी लोगों के संपर्क में आने से नहीं फैलती है तो देश में शादी-ब्याह जैसे कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे। क्या देश में आगे आनेवाला दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। इस सारे सावालों पर लोग विचार करने लगे हैं। अब ये तो वक्त ही बताएगा की आगे क्या होगा। फिलहाल देश में कोरोना महामारी और उसके बचाव को लेकर बनाए जाने वाले वैक्सीन पर भी लोगों की निगाह बनी हुई है।