कुमार विक्रांत
पटना । राजधानी में प्राइवेट अस्पताल की मनमानी एक बार फिर से चर्चा में है। यहां पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में कोरोना से मरे मरीज के इलाज के नाम पर प्रबंधन ने दस लाख रुपए का बिल बना दिया। जिसको लेकर मरीज के मरीज के परिजन ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। फिलहाल दोनों पक्षों ने थाने में मामला दर्ज कराया है।
एक तरफ सरकार प्राइवेट अस्पतालों को कोरोना मरीजों के इलाज पर होनेवाले खर्च को लेकर राशि तय करने की बात कहती है। वहीं दूसरी तरफ निजी अस्पतालों की मनमानी कम नहीं हो रही है। कुछ दिन पहले एक प्राइवेट अस्पताल में छह लाख के बिल को लेकर हंगामा हुआ था और जिला प्रशासन ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ अपराध दर्ज कराई थी। अब एक बार फिर से वैसे ही घटना हुई है। पटना के पत्रकार नगर थाना के एक निजी अस्पताल में कोरोना से मरीज की मौत हो गई। जिसके बाद अस्पताल की तरफ से दस लाख रुपए का बिल परिजनों को थमा दिया गया। जिसमें सात लाख जमा कर दिया गया, लेकिन बाकि के तीन लाख रुपए को लेकर विवाद शुरु हो गया। जहां परिजन कोरोना के नाम पर अस्पताल प्रबंधन पर पैसा एठने और दुर्व्यवहार का लगाया आरोप लगा रहे थे, वहीं पूरा पैसा दिए बगैर अस्पताल मरीज का शव रिलीज करने को तैयार नहीं था।
जमकर हुई मारपीट और तोड़फोड़
मामला 20 अगस्त का बताया जा रहा है। जिसमें पैसों को लेकर मरीज के परिजनों के खिलाफ अस्पताल प्रबंधन ने मारपीट के साथ तोड़फोड़ का करा चुका है मामला दर्ज कराया था। वहीं अब मृतक के परिवार की तरफ से भी अस्पताल के डॉक्टर समेत छह लोगों पर परिजनों ने कराया मामला दर्ज कराया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।