संजीव कुमार सिन्हा
गया: शहर में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण से शहरवासियों को बचाव को लेकर नगर निगम ने नई पहल शुरू की है। इसे लेकर नगर निगम द्वारा सोमवार से नगर सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम चलाया जाएगा। इस संबंध में नगर निगम के मेयर गणेश पासवान एवं डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव के द्वारा एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें नगर निगम के कई वार्ड पार्षद भी शामिल हुए।
प्रेसवार्ता के दौरान डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि सोमवार 13 जुलाई से नगर निगम द्वारा “नगर सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है। इसके तहत सोमवार को निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 47, 48 एवं 49 में घर-घर जाकर निगम के जन प्रतिनिधि, अधिकारी व कर्मचारी लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरुक करेंगे। उन्होंने कहा कि यह अभियान लगातार आगामी 7 अगस्त तक संचालित होगा। अभियान के दौरान निगम क्षेत्र के घर-घर जाकर लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव, मास्क के उपयोग सहित सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति जागरुक किया जाएगा। अभियान की सफलता को लेकर शहर के वरिष्ठ चिकित्सकों, बार एसोसिएशन, चैम्बर ऑफ कॉमर्स सहित अन्य प्रबुद्ध नागरिकों तथा प्रशासन के साथ भी बैठक कर वृहद रुपरेखा तैयार की गई है। इसके तहत बड़े सैनिटाइजर मशीनों के द्वारा पूरे शहर को सैनिटाइज करने की भी व्यवस्था की जा रही है। वहीं माउंटेड फॉगिंग मशीन के द्वारा निगम के हर क्षेत्र में लगातार फॉगिंग की व्यवस्था की गई है।
एक परिवार में चार मास्क और एक मास्क का वितरण
डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि इस अभियान के दौरान नगर निगम क्षेत्र में पड़ने वाले सभी घरों में चार-चार मास्क और एक-एक साबुन का वितरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शनिवार को जिला प्रशासन के साथ संपन्न हुई बैठक में जनता को मास्क के उपयोग के प्रति जागरुक करने के उदेश्य से कड़े कदम उठाने का भी निर्णय लिया गया है। इसके तहत शहर के सभी प्रमुख मार्गों सहित अन्य स्थानों पर सघन चेकिंग अभियान चलाकर, बिना मास्क के सड़कों पर घूमने वाले व्यक्तियों के वाहनों को भी जब्त करने का निर्णय लिया गया है। बिना मास्क पकड़े जाने पर 50 रुपये का जुर्माना भी लगाया जाएगा।
वही कोरोना टेस्टिंग को बढ़ावा देने के लिए निजी पैथोलॉजिकल लैब्स से बातचीत की जा रही है। ताकि शहरवासियों को कम-से-कम खर्च में कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध हो सके और उन्हें जांच रिपोर्ट के लिए ज्यादा इंतजार न करना पड़े। उन्होंने कहा कि जरुरत पड़ने पर वे इसके लिए स्वयं की राशि खर्च करेंगे तथा स्थान भी मुहैया कराएंगे। इसके लिए आईएमए सहित जिले के प्रसिद्ध चिकित्सकों तथा पैथोलॉजी लैब्स संचालकों के साथ वे लगातार संपर्क में हैं।