रितेश रंजन
कटिहारः कोशी और गंगा के जलस्तर बढ़ने के साथ-साथ अब दियारा इलाकों में लोगों की परेशानी बढ़ते ही जा रही है। यहां निचले इलाके में फसल डूबने के साथ-साथ मवेशियों के लिए चारा संकट का हालात अब गहरा होता जा रहा है। इसी बीच कुर्सेला दियारा क्षेत्र के कई गांव बाघमारा, बालू टोला, पत्थर टोला, चाय टोला जैसे दर्जनों गांव में बाढ़ जैसी हालत है। फिलहाल सबसे बड़ी समस्या इन क्षेत्र में आवागमन की है, लोग सरकारी नाव के पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से निजी नाव के सहारे जान जोखिम में डालकर नदी पार होने के लिए मजबूर हैं।
प्राइवेट नाव वाले कर रहे हैं मनमानी
स्थानीय लोगों कि माने तो निजी नाव होने के कारण नाविक की अपनी मनमानी चलता है और तमाम सुरक्षा मानकों को धत्ता बताते हुए बड़ी संख्या में लोगों को एक ही बार में नाव में नदी पार कराया जाता है, इसके अलावे फसल, घर-बार और माल मवेशी की चारा संकट की परेशानी तो अपनी जगह है। कुल मिलाकर बाढ़ के दस्तक के साथ ही दियारा इलाके की जिंदगी वेपटरी होने लगी है,लोग प्रशासन से जल्द उनके हालातों पर सुधि लेने की गुहार लगा रहे हैं।