NEWSPR डेस्क। शिक्षक को ईश्वर का रूप कहा जाता है। ईश्वर का बोध कराने वाले शिक्षक ही होते हैं, हर परेशानी सहकर अपने विद्यार्थियों का जीवन संवारने वाले शिक्षक शायद आज अपनी पहचान और महत्ता को भूलते जा रहे हैं। बर्बरता क्रूरता व सभ्यता आज के शिक्षकों में घर करने लगा है। ताजा मामला कहलगांव अनुमंडल के सनहौला प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय महेशखोर का है। इस विद्यालय के शिक्षक की क्रूरता सामने आई है।
शिक्षक ने क्रूरता की सारी हदों को पार कर दिया। दरअसल जिले के कहलगाँव अनुमण्डल के सन्हौला प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय महेशखोर के प्रभारी शिक्षक ने स्थानीय बबलू मण्डल की बेटी छात्रा किरण की बेरहमी से पिटाई कर दी। शिक्षक ने छात्रा को इतनी बुरे तरीके से पीटा की वो तीन घण्टे बेहोश रही इसकी सूचना घरवालों को भी नहीं दी गयी बल्कि तीन घण्टे स्कूल में ही बन्द रखा।
फिलहाल किरण का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। घटना शनिवार की है। किरण की सहपाठी ने किरण के साथ हुई क्रूरता को बयां किया है। घायल छात्रा किरण के साथ साथ सहपाठी छात्रा ने बताया की सभी विद्यार्थी प्रार्थना के लिए खड़े थे। इसी दौरान किरण से एक छात्रा का झगड़ा हुआ जिसके बाद सर आये और किरण को पहले केहुनी से मारा फिर छड़ी से पिटाई की घसीटते हुए कमरे में ले गये और पिटाई की फिर बेहोश हो गयी। मामले में प्रभारी शिक्षक मीडिया के सामने आने से इनकार कर रहे हैं।
वहीं जिला शिक्षा पदधिकारी ने कहा कि हमें आपके माध्यम से ही पता चला है कि स्कूल की बच्ची से किसी शिक्षक ने मारपीट की है कानूनन गलत है ये। मामला संज्ञान में आया है। कल हम उस शिक्षक पर कार्रवाई करेंगे अधिकतम जितना दण्ड हो सकेगा उनको देंगे। शिक्षकों से कहा गया है बच्चों पर छड़ी नहीं उठानी है मरना नहीं है प्यार से पढ़ाना है अपने बच्चे की तरह उनसे व्यवहार करना है इसका उल्लंघन होगा तो कार्रवाई करेंगे।
रिपोर्ट श्यामानंद सिंह भागलपुर