खेत में जा रहा है एनटीपीसी और शहर से निकलनेवाला बारिश का पानी, बिना बाढ़ आए 500 बीघा जमीन हुआ जलमग्न, फसल बर्बाद होने से चिंतित किसान ने कहा – नहीं मिली कोई आर्थिक मदद

Sanjeev Shrivastava

बाढ़ः अनुमंडल के पंडारक प्रखंड अंतर्गत परसामां गांव में करीब 500 बीघा जमीन बगैर बाढ़ आए जलमग्न हो जाने के कारण खेतों में लगा हुआ फसल एवं सब्जी गलकर नष्ट हो गई है। जिसको लेकर किसानों की परेशानी बढ़ गई है। यहां के किसानों का कहना है कि पूरे खेत में पानी भर गया है। जिससे लाखों का नुकसान हो गया है। किसानों ने बताया कि प्रशासन से भी उन्हें किसी प्रकार की सहायता नहीं मिली है।

किसानों का कहना है कि बरसात के दिनों में बाढ़ NTPC और बाढ़ शहर का पानी टाल इलाके के खेतों में बहकर चला आता है, जिसके कारण टाल के सैंकड़ों बीघा जमीन हर साल जलजमाव की चपेट में आ जाता है और खेतोम में लगी फसल, मकई, धान, के साथ-साथ साक सब्जी को भी गलाकर नष्ट कर देता है।

प्रशासन-कोर्ट के भी लगाए चक्कर

किसानों का आरोप है कि NTPC से टाल इलाके में पानी छोड़ा जाता है। टाल के खेतों में पानी छोड़े जाने से रोकने के लिये कई बार NTPC के अधिकारियों एवं हाइकोर्ट तक का चक्कर काटा, लेकिन आज तक कोई निष्कर्ष नही निकला। जबकि एनटीपीसी पीआरओ का कहना है कि किसानों द्वारा लगाया गया आरोप सरासर गलत है। खेतों में बरसात का पानी है। फसल बर्बादी का कारण चाहे जो कुछ भी हो लेकिन क्षतिपूर्ति के लिए कई बार लगाया गया चक्कर भी इस सरकार में बेकार साबित हो जाता है। इस समस्या के निदान के लिए सरकार की तरफ से भी कोई उपाय नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण किसानों में भयानक आक्रोश पनप रहा है।

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