बक्सरः कोरोना महामारी को रोकने के नियमो का पालन चेतावनी और धार्मिक आयोजनों पर रोक के कड़े निर्देश के बावजूद भी सावन महीना के पहले सोमबारी पूजा अर्चना के लिए लोगो की आस्था कम नही हुआ। शासन प्रशासन बक्सर जिला मुख्यालय में ही गंगा घाटों पर सार्वजनिक स्नान और मन्दिरो में पूजा अर्चना रोकने में विफल साबित हुआ।
सावन की पहली सोमवारी पर लोगों को गंगा घाटों और विभिन्न मन्दिरो मेंन आने से रोकने से लिए मुख्य सड़कों पर बास बल्ला से घेराबन्दी की गई थी। लेकिन, मजिस्ट्रेट और सुरक्षा बल तैनाती का दावा पूरी तरह खोखला साबित हुआ। बक्सर के रामरेखा घाट के मुख्य सड़क पर बेरिकेटिंग की गई तो लोगों ने चूड़ी मार्किट गली को मंदिर तक जाने से लिए लूप लाइन बना लिया। हजारों की संख्या में जिले के अलग अलग इलाके से पहुँचे लोग चूड़ी मार्केट के दुकानों पर ही धर्मशाला के तर्ज पर सामानों को रख कर लगातार गंगा में डुबकी लगा कर पूजा अर्चना करते नजर आए।
कोई नहीं कर रहा सरकार के आदेश का पालन
घाट पर तैनात सुरक्षा बल और मजिस्ट्रेट मीडिया के कैमरे देख हरकत में आते हैं फिर वही हालातों से मौन चुप्पी से अपनी ड्यूटी बजा रहे है। न तो सोशल डिस्टेन्स न ही मास्क का प्रयोग लोग कर रहे है। बक्सर के श्री नाथ बाबा मंदिर में छोटा वीआईपी गेट से भक्तों का पूजा अर्चना और जलाभिषेक जारी है। बक्सर के एसडीएम के के उपाध्याय के आवास के सामने फुटपाथों पर सजी दुकाने पूरे दिन सोशल डिस्टेन्स की धज्जियां उड़ती रही।