NEWSPR DESK- गया। बिहार की पहली एवं अतिमहत्वाकांक्षी ‘गंगा जल आपूर्ति योजना’ का कार्य लगभग फाइनल टच की ओर है। जिला पदाधिकारी गया डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने शेष बचे कार्यो को तेजी से पूर्ण करवाने का निर्देश दिया गया है और कोशिस रहे कि इसी महीने से गया एवं बोधगया के एक एक घरों तक पानी उपलब्ध करवाया जा सके।
उन्होंने में कार्यपालक अभियंता जल संसाधन विभाग , वुडको और कार्यकारी एजेंसी के साथ बैठक कर योजना की अद्यतन प्रगति की विस्तृत समीक्षा किया गया है।
इस महत्वकांक्षी योजना का उद्देश्य गंगा नदी के अधिशेष जल को लिफ्ट कर जल की कमी वाले शहरों में सालोभर शुद्ध पेयजल के रूप में आपूर्ति करना है। इस योजना का कार्य अब लगभग कम्पलीट की ओर है। उन्होंने कार्यों की अद्यतन प्रगति की समीक्षा कर शेष कार्यों को शीघ्र पूरा कराने के निर्देश दिये हैं।
इसे पाइपलाइन के जरिये गया, बोधगया तक पहुंचा कर इसका विभिन्न नवनिर्मित जलाशयों में भंडारण किया जाना है फिर आधुनिक संयंत्रों द्वारा शोधन कर शहर में सालोभर शुद्ध पेयजल के रूप में आपूर्ति करना है।
सोमवार के समीक्षा बैठक में कार्यपालक अभियंता बुडको द्वारा बताया गया कि गंगा जलापूर्ति योजना के तहत अक्षयवट क्षेत्र में मेन पाइप लाइन बिछाए जाने के कारण आंशिक रूप से 8 नवंबर के संध्या से 9 नवंबर के सुबह तक पेयजल की समस्या हो सकती है।
सिंगरा स्थान में बने पानी टंकी से संबंधित वाटर सप्लाई जिसमें मुख्य रुप से ए पी कॉलोनी, रामपुर, करीमगंज, ग्वाल बीघा, पुलिस लाइन इत्यादि शामिल है। इन सभी इलाकों में आंशिक रूप से जलापूर्ति प्रभावित होने की संभावना है।
जिला पदाधिकारी ने अभियंताओं को स्पष्ट निर्देश दिया कि इन संबंधित इलाकों के लोगों को कठिनाई कम से कम हो इसके लिए कार्य योजना तैयार करते हुए पाइप लाइन बिछाने का कार्य करें। इसके साथ ही उन्होंने संबंधित क्षेत्र के लोगों से अपील किया है कि 8 नवंबर को संध्या में तथा 9 नवंबर को सुबह में पेयजल बाधित रहेगा इसके लिए जरूरत के अनुसार पानी को स्टोर करके रखें।