गंडक के साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी का दिखने लगा असर, गोपालगंज के बरौली और पुरैना में बांध टूटे, छह सौ गांव पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा

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By PR Desk

धनंजय कुमार

गोपालगंजः गंडक नदी में छोड़े गए साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी का असर दिखने लगा है। पानी के दबाव में जिले के बरौली के देवापुर में सारण प्रमुख बांध टूट गया है. इसके अलावा मांझागढ़ प्रखंड के पुरैना में भी सारण बांध टूट गया है। इसकी वजह से गंडक नदी का तेज बहाव एनएच 28 (NH-28) की तरफ बढ़ रहा है। प्रशासन की ओर से सारण बांध के किनारे बसे लोगों को अलर्ट करने के लिए घोषणा करवाई जा रही है।

गोपालगंज में साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी का बहाव था, जिसकी वजह से जिले में तटबंधों पर कई जगह रिसाव हो रहा था। बीती रात सिकटिया में रिसाव हो रहा था. उसके बाद सूचना मिली की बरौली के देवापुर रिंग बांध में रिसाव शुरू हो गया, जब तक अधिकारी मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लेते तब तक देखते ही देखते रिंग बांध ताश के पत्तों की तरह धराशायी हो गया। रिंग बांध टूटने की वजह से गंडक नदी का तेज बहाव बरौली के देवापुर गांव के समीप सारण मुख्य बांध की तरफ बढ़ने लगा और अचानक खबर आई की रात को करीब 11 से 12 के बीच में सारण बांध भी टूट गया।

एनएच 28 पर परिचालन ठप. बांध के टूटने के साथ ही एनएच 28 पर बड़े वाहनों का परिचालन ठप हो गया है। वहीं लोग अपने घरों से सामन निकालने के लिए रात भर जागते रहे. इस बांध के टूटने से गोपालगंज का बरौली, मांझागढ़, सिधवलिया और बैकुंठपुर प्रखंड के सबसे ज्यादा प्रभावित होने की आशंका है. इन प्रखंडों में बसे करीब 500 से 600 गांव बाढ़ की चपेट में आने लगे हैं।

इन जिलों को भी है खतरा

गोपालगंज के इन चार प्रखंडों के अलावा सीवान और छपरा के इलाकों के भी बाढ़ से प्रभावित होने की आशंका है. गोपालगंज में सारण बांध के दो जगहों पर टूटने के बाद तेजी से पानी मांझागढ़ और बरौली प्रखंड के नए इलाकों में घुस रहा है. यहां गंडक की तेज बहाव की वजह से लगातार पानी एनएच 28 की दूसरी तरफ बह रहा है।

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