अति प्राचीन, अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त, विश्व पर्यटन मानचित्र पर अपना स्थान रखने वाला गया शहर को अभी तक केंद्र की मोदी सरकार न तो देश के स्मार्ट शहरों की सूची में शामिल नहीं किया गया ना ही विश्व प्रसिद्ध सीता कुंड मंदिर होने के बाद भी गया को रामायण सर्किट से नहीं जोड़ा गया, जबकि वर्षो से इसके लिए संघर्ष जारी है।
बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, प्रद्युम्न दुबे, विनोद उपाध्याय, उदय शंकर पालित, शिव कुमार चौरसिया, श्रवण पासवान, बबलू राम, राजीव रंजन गया कॉलेज मिथिलेश सिंह, मोहम्मद आफताब आलम खान, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, मोहम्मद शमीम आलम आदि ने कहा कि बिहार के पटना, बिहार शरीफ, मुजफ्फरपुर, भागलपुर को स्मार्ट सिटी बनाया गया परंतु गया शहर को स्मार्ट सिटी बनवाने हेतु गया, पटना से लेकर दिल्ली तक आन्दोलन कर केन्द्रीय नगर विकास एवं आवास मंत्री को ज्ञापन भी दिया गया, परंतु अभी तक गया को स्मार्ट सिटी नहीं बनाना पूरी तरह सरकार की अनदेखी है, तो दुसरी ओर केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना रामायण सर्किट से भी गया को अभी तक जोड़ा नहीं गया, जबकि भगवान राम , सीता, सहित रामायण से जुड़े बिहार के सीतामढ़ी, दरभंगा, गया एवं बक्सर को रामायण सर्किट से जोड़ने की वर्षो पुरानी योजना है।
नेताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार गया कि शुरू से अनदेखी करते आ रही है वर्षो से शिलान्यास किया हुआ स्टील प्रॉसेसिंग प्लांट, ऐ रू , वजीरगंज, गया का निर्माण कार्य भी शुरू नहीं होना, विष्णु पद कॉरिडोर का निर्माण कार्य का कोरा आश्वासन, तिलैया ढाढ र सिचाई योजना पूरा करने आदि मांगे अभी तक पूरी नहीं हुई।
नेताओं ने कहा कि कॉंग्रेस पार्टी सभी लंबित मांगों को अविलंब पूरा कराने हेतु, जनजागरण, धरना-प्रदर्शन, से लेकर पटना, दिल्ली तक का कार्यक्रम आमजनों के सहयोग से किया जाएगा।