मुंगेर में सार्वजानिक रास्ता को गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा अतिक्रमण कर लियेजाने के विरोध में महेशपुर शिल्हा गांव के ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन, जिला प्रशासन से सार्वजानिक रास्ता को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग, मांग पूरा नही होने पर उग्र आंदोलन की दी चेतवनी।
मुंगेर में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महेशपुर शिल्हा गांव में ग्रामीणों ने सार्वजनिक सड़क को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग को लेकर बिरोध जताया। बिरोध जता रहे ग्रामीणों द्वारा गांव के ही सुधांशू प्रसाद उर्फ पप्पू सिंह पर सड़क को अतिक्रमण कर रास्ता बंद करने का आरोप लगाया। बिरोध जता रहे ग्रामीण अशोक, नंदन सिंह, निरंजन ठाकुर, रविंद्र कुमार सिंह, शैलेश कुमार, नीलेश कुमार, साजन सम्राट, अरुण प्रसाद, वार्ड सदस्य मनोहर कुमार ने बताया कि जिस रास्ते को खोलने की मांग को लेकर बिरोध कर रहे हैं वह हमलोग पुस्तैनी रास्ता है। वर्तमान समय में बुद्धि शंकर सिंह के घर से मुनिलाल सिंह के घर तक निर्माणाधीन सड़क बन रहा था। जिसके लिए हम ग्रामीणों के सहयोग से ही निर्माणाधीन सड़क पर मिट्टी गिराया गया। जबकि सड़क बनाने से पहले अमीन के द्वारा नापी कराकर सार्वजनिक रास्ता पर सड़क का निर्माण कराया जा रहा था। इसी दौरान गांव के ही सुधांशू प्रसाद उर्फ पप्पू सिंह जो कि होम गार्ड का जवान है। उसके द्वारा ग्रामीणों को बर्दी का धौस जमाते हुए अपने घर के समीप ही मुख्य रास्ते पर सीमेंट का पिलर गाड़कर रास्ता को अवरुद्ध कर दिया गया है। रास्ता अवरुद्ध हो जाने के बाद अब गंभीर मरीज के साथ गर्भवती महिला को ले जाने के लिए काफी परेशानी हो रही है। जबकि गांव में अगर किसी ब्यक्ति का निधन होता है तो चारपाई ही एक मात्र सहारा है। चुकी सड़क अवरुद्ध कर दिए जाने के कारण कोई भी छोटा या बड़ा वाहन नहीं आ पाता है।
ग्रामीण ने होम गार्ड जवान पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमलोग के द्वारा कई बार उनसे रास्ता खोलने के लिए मांग की गई लेकिन आरोपी पप्पू सिंह के द्वारा बर्दी का धौंस जमाते हुए केस में फंसा देने के साथ जेल भेजवा देने की धमकी दी जाती है। ग्रामीणों ने बताया कि हमलोगों के द्वारा इसकी सूचना प्रखंड विकास पदाधिकारी को भी दिया गया है। लेकिन वरीय अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि अगर यह सार्वजनिक रास्ता को जल्द नहीं खोला जाता है तो हमलोग उग्र आंदोलन करने पर बाध्य होंगे और इसके वाबजूद भी अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो सीएम का घेराव किया जाएगा। जिसका जिम्मेदार प्रशासन होगी। मौके पर एक दर्जन से अधिक ग्रामीण मौजूद थे।