गायघाट पुलिस ने भाई बहन के साथ की बदसलूकी,न्याय की गुहार लगाने पीड़ित पहुंचे एसएसपी के पास

Patna Desk

 

मुजफ्फरपुर : जिले के गायघाट थाना के पुलिस पर थाना पहुंचे फरियादियों के साथ गाली गलौज और बदसलूकी का आरोप लगाया गया है. दरअसल गायघाट थाना में पीड़ित परिवार गांव के ही पड़ोसी के साथ आपसी विवाद के बाद हुई मारपीट के मामले को लेकर थाने पहुंचा था. लेकिन पुलिस ने बदसलूकी भी और गाली गलौज का इस्तेमाल किया.

गायघाट पुलिस पर ये आरोप लगाया गया की जब अपनी समस्या लेकर थाना पहुंचे तो पुलिस पदाधिकारी द्वारा शिकायत नहीं देने की धमकी और ज्यादा बोलने पर अंदर भेजने की बात कही गई और गाली गलौज के साथ बदसलूकी की गई. दरअसल गायघाट थाना क्षेत्र के पटसमा की युवती काजल कुमारी व उसका चचेरा भाई रामलाल पासवान अपने परोसी के खिलाफ मारपीट करने के मामले को लेकर थाना पहुंची थी. लेकिन पुलिस समस्या का समाधान करने के बदला फरियादियों के साथ बदसलूकी कर गए.

गायघाट थाना पर शिकायत लेकर पहुंची काजल कुमारी ने बताया की घर पर चापाकल गड़वाने को लेकर उसका विवाद उसके ही पड़ोसी प्रभात पासवान व अन्य से हो गया. जहां उसके पड़ोसी ने उसके साथ मारपीट की. जिसके बाद वो न्याय की आशा व उम्मीद लेकर गायघाट थाना पहुँची, परन्तु वहां पहले से ही उसके विपक्षी पहुंचे हुए थे. जिसके बाद थाने में उपस्थित पुलिस कर्मी से उसने अपनी बात कही, इतने में थानाध्यक्ष आग बबूला हो गए और शिकायतकर्ता काजल कुमारी को पुलिसिया रौब दिखाने लगे और शिकायत नहीं करने का दबाब बनाने लगे. जिस पर काजल के साथ आये उसके चचेरे भाई ने उनके व्यवहार पर आपत्ति जताई. इसके बाद थानाध्यक्ष ने शिकायतकर्ता युवती को महिला सिपाही के साथ ऊपर गार्ड बैरेक में जबरन भेजा और महिला पुलिस बल के माध्यम से डराने व धमकाने लगे. शिकायतकर्ता ने बताया कि इस क्रम में कई दफ़ा उसके साथ गाली गलौज भी की गई है.

वही युवती के चचेरे भाई पटशर्मा निवासी रामलाल पासवान ने बताया कि मेरी बहन को जबरन ऊपर ले जाया गया, जबकि वो आवेदन लिखवाने आयी थी. जब मैंने इसका विरोध किया तो पुलिस पदाधिकारी ने अपशब्द बोलते हुए कहा कि चुप रहो अन्यथा भीतर कर देंगे. उसके बाद वो बलपूर्वक थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे की नज़र से दूर सिरिस्ता के अंदर वाले कक्ष में ले जाकर पिटाई की, जिससे मेरे पैर में सुजन आ गई है साथ ही पैर की अंगुली भी फट गयी है। उसके बाद भी जबरन थाने के भीतर घंटो बैठा कर रखा गया. वही पीड़ित परिवार ने कहा कि एसएसपी के यहाँ जाकर न्याय की गुहार लगाएं.

इस पूरे मामले में पूछे जाने पर एडिशनल एसपी पूर्वी सहरियार अख्तर ने गाली गलौज की बातो को नकारा, साथ ही कहा की दोनो के बीच कई दिनों से चपाकल को लेकर विवाद चल रहा था, वही पुलिस ने दोनो को थाना पर बुलाया जहां दोनो आपस में झगड़ने लगे जिसके बाद पुलिस ने मामला शांत कराया. गाली गलौज की बात गलत है.

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