अजीत सोनी
गुमलाः बदलेंगे हम,बदलेगा गांव, बदलेगा देश, नारा के साथ (युवाओं का गांव) के तहत मिशन बदलाव ग्रुप के कार्यकर्ता कोविड–19 राहत कार्य के तहत अति घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और विलुप्त हो रही आदिम जनजाति परिवार का हाल जाना और अन्य समस्या से रूबरू भी हुए। और साथ ही गरीब निसहाय आदिम जनजाति परिवार के लोगो के बीच 30 परिवार को एक महीना का राशन वितरण कर सराहनीय कार्य किया है । जिसे गांव आदिमजंजाति के लोग काफी उत्साहीत हुए ।
मामला गुमला जिले के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र बिशुनपुर प्रखंड की नरमा पंचायत के बेती गांव और बनारी पंचायत के सालन नवाटोली गांव का यह पूरा मामला है। जहाँ आदिम जनजाति के लगभग 50 से 65 परिवार रहते हैं। लेकिन यहाँ पर ना तो अधिकारी पहुचते हैं। ना ही कोई नेता पहुंच पाते है और न ही इन गरीब लोग की हालत की हाल चाल जानने कोई नेता ही आते है। जिससे कहना गलत नही होगा कि विलुप्त होती अदिमजनजाति अपनी हालत से सुलह कर लाचारी की जीवन जीने को मजबूर है। जब इसकी जानकारी मिशन बदलाव को हुई तो गांव का दौरा किया और एक महीना का राशन दिया। विलुप्त हो रही आदिम जनजाति का मुस्कान फिर से देखने को मिल रहा है। वहीं राशन का समान विकलांग छोटे बच्चा को भी राशन दिया जिसको लेकर मिशन बदलाव टीम को विकलांग के परिवार वालो ने सराहना किया है एक महीना का राशन मिलने के बाद परिवार के लोग काफी खुशी का इजहार किया।
मिशन बदलाव के संरक्षक रितेश कुमार ने बताया कि यह साप्ताहिक पखवारा के तहत सिर्फ वैसे परिवार को ही दिया जा रहा था जो निसहाय है। बताया कि नैतिक क्षमता बढ़ाने की कोशिश किया जा रहा है। करोना काल में खाने पीने का अभाव बना है उसे सेवा भाव से उनके पास राशन पहुचने की बात कही है।और यह भी बताया कि जरूरत पड़े तो लगातार सेवा करने की बात कही अभी तक गुमला जिला के कई गांव को राशन वितरण किये है।