NEWSPR डेस्क। खबर बिहार के नालंदा की है। जहां रहुई प्रखंड के दर्जनों ग्रामीणों ने शनिवार को डीएम कार्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी शशांक शुभंकर को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें रहुई के मिल्कीपर गांव के पास न्यू बस अड्डा प्रस्तावित को रोकने की मांग की। ग्रामीणों ने कहा कि मिल्कीपर गांव में लगभग 800 घर है। जिसमें लगभग किसान खेती करते हैं।
इस इलाके का क्षेत्रफल भी काफी छोटा है। इस इलाके का रकवा महज 80 बीघा है। जिसमें 20 बीघा में 800 घर मकान बना हुआ है।इसके पूर्व भी 10 बीघा में न्यू बायपास के निर्माण में जमीन चला गया था। इस इलाके में सरकार के द्वारा प्रस्तावित सरकारी बस स्टैंड का निर्माण किया जाना है। जिसको लेकर 20 एकड़ जमीन का सर्वे कराकर परिवहन विभाग को बस अड्डा निर्माण के लिए प्रस्तावित है। ग्रामीणों ने कहा कि इस इलाके की जमीन को बस अड्डा निर्माण के लिए लिया जाना किसानों के साथ नाइंसाफी है क्योंकि इस इलाके की सारी जमीन काफी उपजाऊ है।
किसानों ने जिलाधिकारी से मांग किया कि इस बस अड्डे को पास के ही मोरातालाब में निर्माण किया जाए ताकि इस इलाके की उपजाऊ जमीन पर किसान खेती कर सकें। मिल्कीपर गांव निवासी किसान राजा कुमार ने कहा कि मिल्की पर गांव के पास बस स्टैंड का जो निर्माण किया जा रहा है उससे इस इलाके के सैकड़ों किसान भूमिहीन हो जाएंगे।
किसानों ने कहा कि बस स्टैंड के निर्माण को लेकर हमारी उपजाऊ जमीन सरकार के द्वारा अधिग्रहण किया जा रहा है किसानों ने बताया कि इस इलाके की मुआवजा काफी छोटा है पूर्व में भी इस इलाके की जमीन को नए बाईपास के निर्माण में जमीन को अधिग्रहण किया गया था और इस बार 20 एकड़ जमीन बस स्टैंड निर्माण को लेकर सरकार के द्वारा अधिग्रहण करने की योजना है।
ऋषिकेश संवाददाता नालंदा