NEWSPR डेस्क। पटना में ग्रेजुएट चायवाली प्रियंका गुप्ता का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। अब भागलपुर स्मार्ट सिटी में रहनेवाले ऐसे ही दो युवाओं से रूबरू होने का वक्त है। जो ग्रेजुएट होकर भी सड़क पर रेडी लगा कर चिकन और चावल बेचकर अपना गुजरबसर कर रहें है। सुल्तानगंज के रहने वाले अनंत सिंह और बरारी के शुभम आनंद। इनहोंने नौकरी नहीं मिलने पर छोटे से ठेले में चिकन चावल के स्टॉल से छोटी सी शुरुआत की है।
दिल्ली विश्वविद्यालय में हिस्ट्री ऑनर्स की पढ़ाई में टॉपर होने वाले अनंत कहते हैं की पढ़ाई खत्म कर नौकरी के लिए दरबदर भटकने के बाद उन्हें प्राइवेट नौकरी को ठुकराते हुए खुद का नया स्टार्टअप करने की चाहत हुई। एक साधारण से किसान परिवार से ताल्लुकात रखने वाले अनंत और शुभम की आर्थिक स्थिति उतनी मजबूत नहीं थी। ऐसे में उन्होंने खुद के दम पर कुछ करना चाहा और बैंक से लोन लेकर खुद मैदान में उतर गए।
उन्होंने कहा कि ग्रेजुएट होने के बावजूद जब सड़क पर डोर टू डोर जाकर चिकन बेचने निकले तो प्रथम दौर में उन्हें काफी कठिनायों का सामना करना पड़ा। दोनो युवाओं ने कहा कि परिवार के लोग तरह-तरह की बातें करने लगे और लोग उनका हंसी मजाक भी उड़ाते लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और जिले के मेडिकल कॉलेज के पास अपने चिकन चावल की रेड़ी लगाकर शहरवासियों को अपने जायके का स्वाद चखाया।
वे कहते हैं कि पहले तो मुश्किल से 10 से 20 प्लेट चिकन ही बिक पाई लेकिन कुछ माह के पश्चात उनके चिकन चावल लोग चाव से खाने लगे। बता दें कि अनंत की पढाई भागलपुर के डीएवी स्कूल में हुई है। रिश्तेदारों के यहां रहकर पढाई करने वाले अनंत में बचपन से पढ़ने का लगन रहाl इसलिए वह अपने आगे की पढ़ाई करने दिल्ली गए और वहां दिल्ली विश्वविद्यालय के अरविंदो कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की। जिसके बाद नौकरी नहीं मिलने पर उन्होंने b.ed की भी पढ़ाई की।
वहीं शुभम आनंद व्यापारी परिवार से आते हैं और उन्होंने तिलकामांझी विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई की। शुभम आनंद और अनंत बचपन के साथी होने के कारण उन्होंने व्यापार की शुरुआत की, और कहा कि प्रदेश में व्यापार की स्थिति काफी लचर है। हालांकि उन्हें इसका कोई मलाल नहीं और वैल्यू मेहनत कर स्वयं अपने बल पर आगे बढ़ना चाहते हैं। उन्होंने इसके लिए एक विजन भी तैयार किया है।
अनंत और शुभम ने सभी पढ़े लिखे युवाओं से यह अपील की कि दुनिया में कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता। बस काम करने का जज्बा लोगों के अंदर होना चाहिए। वहीं इस खास बातचीत के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि धीरे-धीरे वे लोग उसे और भी आगे बढ़ाएंगे और बीए पास चिकन चावल के नाम से कई जगहों पर अपना स्टॉल खोलेंगे।
रिपोर्ट:-श्यामानंद सिंह भागलपुर