चिकित्सकों की लिखावट पुलिस के लिए बनी सर दर्द, पोस्टमार्टम रिपोर्ट समझ नहीं पाती पुलिस, केस रह जाते लंबित

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। औरंगाबाद में चिकित्सकों की लिखावट पुलिस के लिए सिरदर्द बन गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लिखावट के कारण उसे स्पष्ट पढ़ने में पुलिसकर्मियों,अधिवक्ताओं एवं न्यायिक पदाधिकारियों को भयंकर परेशानी हो रही, जिसके कारण से वादों के निस्तारण में विलंब हो रहा था।

वहीं इस समस्या को देखते हुए नवंबर में भी जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने सिविल सर्जन को आदेश दिया था कि अब सदर अस्पताल से चिकित्सक द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट हस्तलिखित न होकर टाइप किया हुआ दिया जाए। अस्पताल उपाधीक्षक डॉ विकास ने बताया कि जिला जज द्वारा प्राप्त आदेश के आलोक में नवम्बर माह से ही टाइप किया हुआ रिपोर्ट पुलिसकर्मियों को दिया जा रहा है लेकिन कंम्यूटर ऑपरेटर की कमी के कारण परेशानियां सामने आ रही है और समय पर रिपोर्ट समर्पित नहीं हो पा रहा है।

ऐसे में इस कार्य के लिए जबतक स्थायी रूप से एक कंम्यूटर टाइपराइटर की व्यवस्था नहीं हो जाती। पोस्टमार्टम रिपोर्ट सही समय पर देने में परेशानियां आएंगी।

औरंगाबाद से रूपेश की रिपोर्ट

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