मुंगेर उत्तर भारतीयों का महापर्व के शुरू होने में अभी तीन दिन बचा । पर मुंगेर गंगा घाट में स्नान को उन जिलों से लोग बसों से पहुंचने लगे है । जिन जिलों में गंगा नही है। उन जिलों के लोग नहाय खाय से दो तीन दिन पहले मुंगेर गंगा घाट पहुंच गंगा स्नान कर गंगा जल अपने साथ ले जा रहे है। ताकि गंगा जल का उपयोग छठ के दौरान प्रसाद बनाने में हो सके ।
दरअसल छठ महाव्रत में गंगा स्नान का बड़ा महत्व है। जिन जिलों से हो गंगा बहती उन जिलों ले छठव्रती नहाय खाय के दिन गंगा स्नान करते है पर जिन जिलों में गंगा नही उन जिलों के छठव्रती नहाय खाय के दो तीन दिन पहले ही मुंगेर गंगा घाट पहुंच गंगा स्नान करने के बाद अपने साथ गंगा जल भी ले जा रहे है । बात करे मुंगेर कष्टहरणी गंगा घाट की तो कई जिलों से सैकड़ों की संख्या में लोग बसों के माध्यम से पहुंच गंगा स्नान करने के बाद अपने साथ गंगा जल ले अपने घरों को का रहे है । गंगा स्नान करने वाले लोगों और छठवर्तियों ने बताया की नहाय खाय के पहले ही वे सभी गंगा स्नान कर गंगा जल अपने साथ लेते जाते है ताकि छठ में उन्हें ज्यादा परेशानी । क्यों की नहाय खाय के दिन गंगा स्नान कर घर पहुंचने में उन लोगों को काफी समय लग जाता है। इस कारण वह दो तीन दिन पहले ही मुंगेर गंगा घाट पहुंच गंगा स्नान कर जल अपने साथ ले जाते है।