शहर के गया-टिकारी मुख्य सड़क मार्ग पर कुजापी गांव के समीप एक निजी रिसॉर्ट में अमर शहीद जगदेव प्रसाद की जयंती समारोह को लेकर शिक्षक जनों का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. यह आयोजन मगध प्रमंडल शिक्षक परिवार की ओर से किया गया. जिसमें बतौर मुख्य अतिथि शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र, गया के प्रत्याशी जीवन कुमार शामिल हुए. इस दौरान खुले मंच से कार्यक्रम में शामिल शिक्षकों को पुष्प गुच्छ एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया.
इस मौके पर शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्याशी जीवन कुमार ने कहा कि नियोजित शिक्षक आए दिन अपनी मांगों को लेकर सड़क पर आंदोलन कर रहे हैं. वे जनप्रतिनिधियों से उम्मीद रखते हैं कि उनकी बातों को सदन में रखा जाएगा. लेकिन उनकी बातों को सदन में नहीं रखा जाता है. यह कहीं से भी सही नहीं है. विगत कई महीनों से हम लगभग 5 सौ हाई स्कूल का दौरा कर चुके हैं. कई जगह हमने पाया कि प्राइमरी स्कूल और हाई स्कूल एक ही जगह पर संचालित है. लेकिन हाई स्कूल के शिक्षकों का वेतन प्राइमरी स्कूल के शिक्षकों से भी कम है. आखिर यह कैसी व्यवस्था है ? अगर उच्च शिक्षा लोग हासिल करते हैं तो वहां भी उस प्रारूप के हिसाब से वेतन होना चाहिए. हमेशा ऐसा नहीं कहते है कि प्राइमरी शिक्षकों के वेतन को कम किया जाए. लेकिन अगर उच्च शिक्षा हाई स्कूल के शिक्षकों के द्वारा की जाती है तो उनके वेतन में बढ़ोतरी होनी चाहिए. जिस तरह से प्रोफेसर का वेतनमान अधिक होता है. उसी तरह नियोजित शिक्षक, गेस्ट शिक्षक का भी वेतनमान बढ़ना चाहिए.
हम सरकार से यह कहना चाहते हैं कि बजट के माध्यम से शिक्षकों पर जो राशि देने के लिए निकाली जाती है, आखिर वह कहां जाती है ? शिक्षकों को सम्मान वेतन क्यों नहीं मिलता है ? जो राशि शिक्षकों के लिए निकाली जाती है वह उन तक हर हाल में पहुंचनी चाहिए. शिक्षकों की जो मांगे हैं वह सरकार पूरी करें. हम सरकार से आग्रह करते हैं कि शिक्षा का स्तर ऊंचा हो, इसके लिए यह जरूरी है कि शिक्षकों के वेतनमान को भी बढ़ाया जाये.