NEWSPR डेस्क। बिहार के नेता प्रतिपक्ष व राजद के सीएम का चेहा तेजस्वी यादव इफ्तार पार्टी का जश्न भी सही तरीके से मना भी नहीं पाए थे, कि उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव द्वारा एक राजद नेता की पिटाई ने बड़ी परेशानी खड़ी कर दी है। कार्यकर्ता द्वारा जिस तरह के आरोप तेज प्रताप पर लगाए गए हैं। उसके बाद जदयू बीजेपी को तेजस्वी यादव के खिलाफ बड़ा मुद्दा मिल गया है। अब जिस तरह से घटना के तीन दिन बितने के बाद भी तेज प्रताप को लेकर तेजस्वी यादव ने चुप्पी साधी है, उस पर जदयू ने बड़ी चुनौती देते हुए कहा है कि अगर उनमें हिम्मत है तो वह अपने भाई के खिलाफ कार्रवाई करके दिखाएं।
जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने सीधे सीधे तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार के नेता प्रतिपक्ष अक्सर बिहार के कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते रहे हैं। हर बार घटना के बाद घंटे गिनवातें हैं। वहीं दूसरी तरफ तेज प्रताप ने पार्टी के एक नेता की पिटाई की, वह भी उनके मां के घर में, लेकिन तीन दिन बाद तेजस्वी में इतनी हिम्मत नहीं है कि अपने बड़े भाई के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई कर सकें।
निखिल मंडल ने कहा कि तेजस्वी यादव और जगदानंद सिंह ने जिस तरह से चुप्पी साधी है उससे एक बात साबित हो गई है कि उनके लिए परिवार के लिए अलग सोच और प्रदेश की जनता के लिए अलग सोच है। अगर तेजस्वी यादव अपने भाई के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकते हैं, तो उन्हें कोई हक नहीं है कि वह बिहार के कानून व्यवस्था पर सवाल उठा सकें। पहले वह अपने भाई के खिलाफ करें, तब बात करें।
तेजस्वी यादव के इफ्तार पार्टी के अगले दिन यह खबर सामने आई थी कि हसनपुर से विधायक और लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप ने राबड़ी आवास में रामराज यादव नाम के राजद नेता की बेरहमी से पिटाई की और उसका वीडियो भी बनवाया। राजद की तरफ से इस मामले को दबाने का भरसक प्रयास किया गया, लेकिन बीते सोमवार को मामले में नया मोड़ तब आ गया, जब पीड़ित नेता सहित बड़ी संख्या राजद कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय पहुंच गए और तेज प्रताप के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। वहीं दूसरी तरफ तेज प्रताप ने ट्विटर पर घोषणा की कि वह राजद से इस्तीफा दे देंगे।