NEWSPR डेस्क। बिहार में नई सरकार के बनने के बाद बीजेपी नेताओं में भारी आक्रोश है। बता दें कि नेता अलग अलग जिलों में धरना दे रहे हैं। इस पर जदयू के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधान पार्षद डॉ. रणबीर नंदन ने कहा कि भाजपा के सभी केंद्रीय मंत्रियों, पूर्व मंत्री, सांसदों के जिलों में भी भाजपा का धरना पूरी तरह फ्लॉप रहा।
भाजपा के इस धरना का औचित्य आम जनता तो दूर उसके कार्यकर्ता भी नहीं समझ पा रहे हैं। भाजपा भितरघात कर रही थी, यह सबको पता था। तो किस नैतिकता के बूते वे धरना पर बैठेंगे। केंद्र में भाजपा की सरकार की नीतियों के कारण जनता का समर्थन अब है नहीं तो लोग कैसे बिना औचित्य धरना पर बैठ जाएं?
डॉ. नंदन ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं का बड़ा वर्ग नीतीश कुमार को पसंद करता है और भाजपा के भितरघाती चरित्र को नापसंद करता है। बिहार में भाजपा कार्यकर्ताओं ने नीतीश कुमार का सुशासन सरकार में रह कर भी देखा है और विपक्ष में भी। नीतीश कुमार की स्वीकार्यता ऐसी है कि अधिकतर लोग इस धरना से दूर हैं। प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का राजनीतिक चरित्र पिछले कई महीनों से सभी देख रहे हैं।
सरकार में रहकर भी उन्होंने जैसी साजिश की है वो क्षम्य नहीं है। संजय जायसवाल की जिम्मेदारी थी कि वे भाजपा के उन नेताओं को चुप कराते जो सरकार के बारे में अफवाह फैला रहे थे लेकिन वे तो खुद अफवाह फैलानों वालों के सरगना बन बैठे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने दो करोड़ युवकों को रोजगार देने की बात कही थी, नहीं मिला। महंगाई चरम पर है। साम्प्रदायिक सौहार्द्र बिगड़ा हुआ है।
सभी धर्मों के लोग अब असुरक्षित महसूस करने लगे हैं। भाजपा ने आह्वान किया है कि वह क्षेत्रीय दलों का अस्तित्व नहीं रहने देगी। ऐसी अलोकतांत्रिक परिस्थिति में मान्यवर नीतीश कुमार जी ने भाजपा के खिलाफ सभी दलों को एक प्लेटफॉर्म पर आने का आह्वान किया है। जो देश के लोकतंत्र और संविधान के लिए जरुरी है। अब इसी से देश का भविष्य तय होगा।