गुमलाः दरवाजे पर दुल्हा बारात लेकर खड़ा है, लेकिन दुल्हन के परिवार ने उस दुल्हे से निकाह पढ़वाने से इनकार कर दिया और उसकी जगह गांव के दूसरे लड़के के निकाह रचा दिया गया। गांव के लोगों ने भी इस शादी को अपनी मंजूरी दे दी। वहीं अपनी दुल्हन को लेने आए दुल्हे को बैरंग वापस लौटना पड़ा।
दरअसल, यह पूरा मामला दहेज उत्पीड़न से जुड़ा है। गुमला जिला के सिसई प्रखंड के अंतर्गत बघनी गांव निवासी इसहाक अंसारी की पुत्री शाहिन परवीन की शादी सेन्हा थाना के डाडू अंबाटोली के शहादत अंसारी के पुत्र सैयद अंसारी से होना तय हुआ था। तय तिथि पर बघनी गाव में बारात भी पहुंच गई। दुल्हन पक्ष के लोग बारातियों के खैर मखदम में लग गए। निकाह पढ़ाने मौलवी साहब पहुंच गए। खूशियों के माहौल में मामला तब बिगड़ गया, जब दुल्हा आपाची मोटरसाइकिल लेने के बाद निकाह करने पर अड़ गया।हालांकि लड़की के पिता ने अपने होने वाले दामाद की इक्छा को देखते हुए,हीरो ग्लैमर मोटरसाइकिल पहले ही खरीद कर दे दी थी। लेकिन वर का कहना था, कि वह आपाची मोटरसाइकिल लेकर निकाह करेगा।
लड़की के पिता देते रहे दुहाई
लड़की के पिता ने अपनी क्षमता की दुहाई दी। इसपर लड़का जिद पर अड़ गया। लड़की के पिता ने वर और उसके पिता के सामने अपनी समस्या रखी। पर उनकी हर आरजू खारिज कर दी गयी। तब लड़की के पिता ने गणमान्य लोगों को जुटाकर सलाहकार मशविरा किया और लड़के पक्ष को सबक सिखाने का फैसला किया। और शादी से कर दिया इंकार और बारात वापस लौट गयी।
गांव का युवक आया आगे
शादी से इंकार करने के बाद पुरे गाँव की एक बैठक कर के उसी तिथि में गाँव के एक युवक से उसकी निकाह करा दिया गया। निकाह होने के बाद लड़का के बड़े भाई ने कहा कि अब नौजवान लड़के लोग को इस तरह दहेज लोभियों को सबक सिखाएं और जिस कदम उसका भाई ने उठाया है यह सराहनीय पहल है।