NEWSPR डेस्क। भागलपुर के सबौर प्रखंड के फरका पंचायत के अंतर्गत वार्ड संख्या पांच के पूर्व वार्ड सदस्य को नल जल योजना भारी महंगा पड़ गया और सरकारी कामकाज की टेंशन ने ही उनकी जान ले ली। परिजनों ने डीएम को आवेदन देकर यह बात का खुलासा किया है। परिजनों के मुताबिक 2020-21 में कराए गए नल जल योजना का कार्य में अब तक सरकारी राशि नहीं आने के कारण हार्ट अटैक से उनकी जान चली गई।
2020-21 योजना का कार्य पूर्व वार्ड सदस्य द्वारा पूर्ण करवा दिया गया था, लेकिन सरकारी राशी नहीं आने से घर से ही मजदूर एवं अन्य लोगों को कुछ रुपए दिए गए, परंतु कुछ रुपयों को लेकर हर समय कर्ज वाले घर पर पहुंचते थे। जिसके टेंशन से वह मानसिक रूप से काफी परेशान हो गए और 1 दिन उनकी हरकतें में मृत्यु हो गई। वहीं परिजनों ने आरोप लगाया कि मुखिया और जई के द्वारा रिश्वत की मांग की गई थी, नहीं देने पर सरकारी राशि पूर्व सदस्य बैंक खाते में नहीं आया।
जिसको लेकर वह लगातार टेंशन में रहा करता था और उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई। इधर पूर्व वार्ड सदस्य की मृत्यु के बाद घर के सदस्य बेसहारा हो गया। अब अधिकारी दर अधिकारी परिजन चक्कर लगा रहे हैं। जानकारी के लिए आपको बता दें कि नल जल योजना का फंड कुल उन्नीस लाख का बताया जा रहा है। जिसमें महज एक लाख वार्ड सदस्य को दिया गया है| बाकी रुपए खाते में अब तक नहीं आया है| डीएम सुब्रत कुमार सेन ने परिजनों को आश्वासन दिया है कि दो-तीन दिन के अंदर राशि आपके बैक खाते में चला जाएगा।
रिपोर्ट श्यामानंद सिंह भागलपुर