पूर्वी चम्पारण में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। पिछले तीन दिनों में 34 लोगों के मरने से जिले में सनसनी फैल गयी है। जबकि मोतिहारी सदर अस्पताल में 18 लोगों का इलाज किया जा रहा है तो मोतिहारी नगर के विभिन्न निजी अस्पतालों में 14 लोग भर्ती है। इसबीच जिला प्रशासन ने जहरीली शराब पीने से 22 लोगो के मरने की पुष्टि किया है। साथ ही पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई शुरु किया है। एसपी कान्तेश कुमार मिश्रा ने पहले चार और फिर नौ चौकीदारों को निलम्बित करने के बाद एन्टी निकर फोर्स के दो एएसआई को निलम्बित किया और फिर कल रविवार की देर शाम प्रभावित पांच थानों के थानाध्यक्षों को निलम्बित किया है। मौते के लगातार जारी सिलसिला के बीच राजनीतिक तापमान चरम पर है।
आज भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पश्चिमी चम्पारण के सांसद डॉ संजय जायसवाल दल बल के साथसदर अस्पताल पहूंचकर बीमार लोगों की स्थिति को देखा और जाना है। इस दौरान वे मरीजों को रहन सहन की स्थिति को बताया है। साथ ही राज्य सरकार पर जमकर भडास निकाला है। उन्होंने नीतीश सरकार और उनके सरकारी सिस्टम पर जमकर सवाल खड़ा किया। संजय जायसवाल ने कहा कि जहरीली शराब से मारने वाला के संख्या में बढ़ोतरी को लेकर कहा प्रशासनिक दबिश के करना लोग शराब पी कर घर में छुपे रहे जिस करना से ज्यादा लोगो की मौत हुई है।
वही संजय जायसवाल ने हाथ में एक आवेदन दिखाते हुए कहा कि यह आवेदन कुछ दिन पहले एक वार्ड सदस्य ने पुलिस को दिया गया था जिसमे बजाप्ता शराब कारोबारियों का नाम दिया गया था बावजूद इसके पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं किया उल्टे आवेदनकर्ता वार्ड सदस्य को प्रताडित किया गया।
आवेदनकर्ता दोहरी सजा भुगतने के कारण कहीं और कोई आवेदन नहीं देना चाह रहे है। एक तो पुलिस की प्रताडना तो दूसरे शराब कारोबारी से मारपीट का डर लोगों के इस अवैध कारोबार के खिलाफ बोलने से रोक रही है। उन्होंने कहा कि वार्ड सदस्य के इस आवेदन में जिस कारोबारी के नाम का जिक्र है वह खुद भी मर गया और जहरीली शराब पीने से कोई लोग मरे है। उन्होंने कहा कि अगर वार्ड सदस्य के आवेदन पर पुलिस कार्रवाई की रहती तो इतनी बडी घटना जिसमें 34 लोग मारे गये नहीं होती। उन्होंने कहा कि तुरकौलिया थाना में निकली स्प्रीट को पीकर ही सभी की मौत हुई है,जो जांच का विष्य है। इस मामले पर संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार इतने थेथर हो गए है कि वे कुर्सी से नही हट सकते उन्होंने अपने को बेल्ट से कुर्सी को बांध लिया है और मारते दम तक कुर्सी नहीं छोड़ सकते हैं।