NEWSPR डेस्क। कहते है बुलंद इरादों से लिखते हैं हम तकदीर अपनी। हमारे किस्मत हाथ की लकीरों की मोहताज नहीं..सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है और ना ही कोई पुजा है। जहानाबाद के रहने वाले चंदन कुमार जो कलयुग में श्रवण कुमार बनकर अपने मां और पिता को भोले बाबा का दर्शन कराने के लिये कांवर मे बैठाकर ले गए।
सुल्तानगंज गंगा घाट पर गंगा स्नान कर दोनो मां बाप को कांवर में लेकर पुत्र चंदन और पुत्रवधू रानी देवी को देवघर लेकर चले। सास-ससुर के लिए मां और पिता के बाद एक बेटी का फर्ज अदा कर रही है। चंदन कुमार की पत्नी रानी देवी जो कि कांवर को सहारा दे रही है। इस कलियुग में इस श्रवण कुमार के इस भक्ति को देखकर सभी ने सराहा है।
रिपोर्ट-श्यामानंद सिंह भागलपुर