कैमूर जिले में सात जनवरी से जाति आधारित जनगणना शुरू हो गया है। जाति आधारित उक्त कार्य दो चरण में किया जाएगा। जिसमें पहले चरण में मकान का नंबरीकरण तथा संक्षिप्त मकान की सूची का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इस जाति आधारित गणना के लिए लोगों के द्वारा जो डाटा लिया जाएगा उसमें गणना ऐप में अपलोड किया जाएगा। इस डेटा को अपलोड करने के लिए डेटा एंट्री ऑपरेटर को लगाया गया है। हालांकि इन डेटा ऑपरेटरों को अभी तक कैमूर जिले में प्रशिक्षण नहीं दिया गया है। विभागिय अधिकारी का कहना है कि इनको प्रशिक्षण दिया जाएगा। विभागीय जानकारों के अनुसार सात जनवरी से शुरू हुए जातीय जनगणना में लोगों से 26 प्रकार के सवाल किए जा रहे है। पहले चरण के कार्य को करने के प्रखंडों में प्रपत्रों को जमा किया जा रहा है। प्रपत्र जमा करने के दौरान प्रपत्रों की जांच की जा रही है। कैमूर जिले के भभुआ, मोहनिया, रामगढ़, नुआंव, दुर्गावती, चांद, चैनपुर, भगवानपुर, रामपुर, कुदरा समेत नगर पर्षद, नगर पंचायत में उक्त कार्य किया जा रहा है।
दरअसल, बिहार में जाति आधारित जनगणना की शुरुआत सात जनवरी से हो गयी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, करीब दो लाख कर्मी जातीय आधारित गणना के कार्य में लगाये गये हैं। जाति आधारित उक्त कार्य में बिहार के शिक्षक, विकास मित्र, आंगनवाड़ी सेविका समेत सभी स्तर के कर्मी शामिल है।