बिहार सरकार द्वारा जातीय जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक किए जाने के बाद से बिहार में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ-साथ अब आम लोग भी पक्ष विपक्ष में अपनी खुलकर राय दे रहे हैं। कोई इसे सही ठहरा रहा है तो कोई इसे पूरी तरह नकार रहा है। इसी क्रम में बुधवार को राष्ट्रीय लोक जनता दल की रोहतास जिला इकाई द्वारा भी जातीय जनगणना की विसंगतियों के खिलाफ एकदिवसीय धरना दिया गया। जिला समाहरणालय के समक्ष धरने को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय लोक जनता दल के प्रदेश महासचिव बनारसी कुशवाहा ने कहा कि बिहार में जातीय जनगणना पूरी तरह से हवा हवाई है। सामाजिक-आर्थिक सर्वे के जारी जातिगत आंकड़े में कई तरह की विसंगतियां है। हजारों-लाखों परिवार ऐसे हैं, जिनके यहां कोई भी व्यक्ति सर्वे करने गया ही नहीं। ऐसे में आशंका है कि विवरण में आधी अधूरी जानकारी डाल दी गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने सिर्फ राजनितिक लाभ लेने के लिए कई जातियों के आंकड़ों को कम कर के दिखाने का काम किया है। जबकि जमीनी हकीकत कुछ और है तथा इसका खामियाजा कमजोर वर्ग को उठाना पड़ेगा। धरने के माध्यम से राष्ट्रीय लोक जनता दल ने राज्यपाल से पूरे मामले में हस्तक्षेप करते हुए पंचायत स्तर पर आंकड़ों को दोबारा जांच कराने की मांग की है। ताकि बिहार सरकार द्वारा जारी जातीय जनगणना की विसंगतियों को जल्द दूर कर गरीब असहाय सहित अन्य दलित पिछड़ा वर्ग के लोगों को इसका लाभ व अधिकार दिलाया जा सके। मौके पर रालोजद जिला अध्यक्ष कपिल कुमार सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।