जिले में 2000 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र सिंचाई से वंचित, असिंचित भूमि को चिन्हित कर प्रतिवेदित करने का निर्देश।

Patna Desk

 

रोहतास जिले के प्रत्येक छोर पर खेतों में सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराने को लेकर शनिवार को जिलाधिकारी नवीन कुमार ने संबंधित पदाधिकारीयों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस दौरान सभी सिंचाई प्रमंडलों के कार्यपालक अभियंता से बराज एवं नहरों में पानी की उपलब्धता की अद्यतन जानकारी ली गई तथा हर खेत तक पानी पहुंचाने के लिए कई दिशा निर्देश जारी किए गए। बैठक के दौरान बताया गया कि जिले में 2000 हैक्टेयर कृषि क्षेत्र में अभी भी सिंचाई के लिए पानी की पहुंच नहीं हो पा रही है। जिसको लेकर डीएम ने संबंधित कार्य प्रमंडलों एवं लघु जल सिंचाई प्रमंडल से उपयुक्त प्रस्ताव प्रेषित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि मनरेगा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एवं लघु जल सिंचाई प्रमंडल आपस में समन्वय स्थापित कर हर खेत तक सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। अगर नए आहर पाइन के निर्माण एवं पुराने आहर पाइन के मरम्मती की आवश्यकता महसूस होती है तो लघु जल सिंचाई प्रमंडल प्रस्तावित करें। ताकि हर खेत तक पानी की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। डीएम द्वारा पहाड़ से सटे इलाकों में पानी के भंडारण और सिंचाई के लिए उसके प्रयोग की संभावना के साथ-साथ लघु सिंचाई प्रमंडल से कार्यरत एवं अकार्यरत नलकूपों की भी जानकारी ली गई। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित विभाग एवं सिंचाई प्रमंडल एक सिंचाई कार्य योजना तैयार करे तथा सिंचाई के संसाधनों में यदि मैकेनिक कारणों से गेट टूटने, खराब होने आदि की सूचना प्राप्त होती है तो उसका तत्काल समाधान किया जाए। इसी क्रम में डीएम ने जिला कृषि पदाधिकारी से कुल कृषि योग्य भूमि एवं धान के फसल आच्छादन की वर्तमान स्थिति पर भी समीक्षा की तथा असिंचित भूमि को चिन्हित कर प्रतिवेदन देने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों में नहरों के माध्यम से सिंचाई का पानी पहुंचाया जाना संभव नहीं हो पा रहा है, वहां लघु सिंचाई प्रमंडल द्वारा नलकूप का प्रस्ताव दिया जा सकता है। समीक्षा के दौरान उप विकास आयुक्त शेखर आनंद, विशेष कार्य पदाधिकारी राहुल कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी सहित सिंचाई विभाग के विभिन्न कार्य प्रमंडलों के अभियंता गण उपस्थित रहे।

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