शुक्रवार को जिला पदाधिकारी सावन कुमार के द्वारा मनरेगा की समीक्षात्मक बैठक की गई एवं निम्नवत दिशा निर्देश दिया गया। जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा जून तक प्रस्तावित मानव दिवस सृजन 19 लाख 22 हजार 8 सौ के विरुद्ध अब तक मात्र 13 लाख 88 हजार 4 सौ 84 मानव दिवस सृजित है, जोकि लक्ष्य के विरुद्ध मात्र 72 प्रतिशत है , को बढ़ाने हेतु आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश उप विकास आयुक्त को दिया गया। वहीं सृजित मानव दिवस में महिलाओं की भागीदारी 46 प्रतिशत है। जिला पदाधिकारी द्वारा महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाकर 60 प्रतिशत तक ले जाने हेतु उप विकास आयुक्त को निर्देशित किया गया।
बैठक में उप विकास आयुक्त द्वारा बताया गया कि जिला अंतर्गत चिन्हित 75 अमृत सरोवर में से 62 अमृत सरोवर का कार्य पूर्ण है। जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा 30 जून तक शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति हेतु आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने हेतु उप विकास आयुक्त को निर्देशित किया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा शत-प्रतिशत आधार सीडिंग एवं आधार आधारित बैंक खाते में सुधार करने हेतु आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने हेतु सभी संबंधितों को निर्देशित किया गया। सतत जीविकोपार्जन की समीक्षा के क्रम में पशु आश्रय स्थल निर्माण में अब तक 333 लक्ष्य के विरुद्ध मात्र 116 आश्रय स्थलों का ही कार्य पूर्ण हुआ है। जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा 30 जून तक शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति हेतु आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में बताया गया कि वर्ष 2023-24 में 292000 वृक्षारोपण हेतु लक्ष्य प्राप्त है। जिला पदाधिकारी द्वारा शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति के लिए उप विकास आयुक्त को आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया। बैठक में टेक्निकल सेंशन में लापरवाही के लिए जेई मनरेगा भभुआ के ख़िलाफ़ उप विकास आयुक्त को कार्रवाई प्रस्ताव उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। वहीं पीओ मोहनिया को सॉफ़्टवेयर पर लिए गए योजना के विरुद्ध कम मास्टररोल जेनरेट करने पर खेद ज़ाहिर किया गया। सभी पीओ को अपने कार्यालय में प्रत्येक कार्यदिवस को सभी पीआरएस, लेखपाल, जेई के साथ बैठक करने का निर्देश दिया गया।
बैठक में उप विकास आयुक्त, निदेशक डीआरडीए, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा, सभी कार्यक्रम पदाधिकारी, मनरेगा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।