गया, 10 अप्रैल 2023, जिला में सुनने की क्षमता से प्रभावित बच्चों के लिए श्रवण श्रुति कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इस कार्यक्रम की मदद से ऐसे बच्चों के कानों की जांच की जाती है जिन्हें कम सुनाई देता या पूरी तरह सुनने में असमर्थ हैं. ऐसे बच्चों के कानों की आवश्यक जांच कर उन्हें हियरिंग ऐड या सर्जरी के माध्यम से कॉकलियर इंप्लांट करायी जा रही है. इस पूरे कार्यक्रम का अनुश्रवण स्वयं जिलाधिकारी डॉ एसएम त्यागराजन कर रहे हैं.
12 बच्चों की सर्जरी कर कॉकलियर इंप्लांट की गई :
श्रवण श्रुति कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला में अब तक 39 हजार एक सौ नब्बे बच्चों की स्क्रीनिंग की गयी है. इस स्क्रीनिंग में बच्चों के कानों की जांच की जाती है. स्क्रीनिंग संबंधी कार्य जिला के दस प्रखंडों में चल रहा है. सुनने की क्षमता से प्रभावित 187 बच्चों को बेरा टेस्ट के लिए रेफर किया गया है. इसमें 59 बच्चे बेरा पॉजिटिव पाए गए हैं. इनमें 34 बच्चों को कानपुर भेजा गया है. 12 बच्चों की सर्जरी कर कॉकलियर इंप्लांट की गयी है.
स्क्रीनिंग में तेजी लाने का दिया निर्देश:
जिला पदाधिकारी ने सिविल सर्जन डॉ रंजन कुमार सिंह तथा डीपीएम नीलेश कुमार के साथ कार्यक्रम को लेकर शनिवार को आयोजित समीक्षा बैठक में आवश्यक निर्देश भी दिया है. जिलाधिकारी ने कहा है कि बच्चों की स्क्रीनिंग की प्रगति धीमी है. इसमें तेजी लायें. विभिन्न प्रखंडों में कैंप के माध्यम से अधिक से अधिक बच्चों की स्क्रीनिंग कराएं और उनमें कम सुनने या नहीं सुनने वाले बच्चों की लाइन लिस्ट तैयार करें. पटना या कानपुर आवश्यक जांच व इलाज के लिए भेजे जाने की दिशा में सभी आवश्यक सुविधाएं बच्चे तथा उनके परिवार को उपलब्ध कराएं. उन्होंने निर्देश दिया कि हियरिंग लॉस की समस्या से जूझ रहे बच्चे जिनका ऑपरेशन हो चुका है उन बच्चों की प्रगति की जानकारी दें और रिपोर्ट तैयार करें.