डेंगू के बढ़ते प्रभाव को और मरीजों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए राज्य सरकार ने बिहार के सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है और नए गाइडलाइंस के पालन के लिए जिला अस्पतालों को आवश्यक निर्देश दिए है और आज इसी कड़ी में मोतिहारी आईएमए हॉल में सिविल सर्जन और आईएमए अध्यक्ष की मौजूदगी में मोतिहारी के डॉक्टर्स और लैब के साथ एक सेमिनार का आयोजन किया जिसमें सिविल सर्जन ने जानकारी साझा करते हुए बताया की डेंगू की जांच में सतर्कता बरतने की जरूरत है आमतौर पर एनएस 1आईजीजी, आईजीएम के जांच में अगर पॉजिटिव आता है तो भी उसे एलाइजा के द्वारा जांच कराकर देख लेना चाहिए और मरीज के ब्लड सैंपल को सदर अस्पताल में भेज देना चाहिए।आईएमए अध्यक्ष डॉक्टर आशुतोष शरण ने लोगो को जागरूक रहने पर जोर देते हुए कहा की डेंगू मच्छर साफ पानी में ही उत्पन्न होता है और दिन में काटता है इसके लिए बचाव सबसे बड़ी प्राथमिकता है ,अभी तक मोतिहारी में डेंगू के आठ पॉजिटिव मरीजों की पहचान कर ली गई है और उनका इलाज हो रहा है ।अभी जो मरीज मोतिहारी में पाए गए है वो दीमापुर या फिर कोटा में रहनेवाले छात्र है।