डॉक्टर ने किया पत्रकारों से बदसलूकी , झूठे केश में फंसाने का दिया धमकी

Patna Desk

 

NEWSPR DESK- भागलपुर जिले के सन्हौला प्रखंड अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सन्हौला के डॉ अनुष्ठा के द्वारा पत्रकारों से किया गया अभद्रता व तुम ताम , इसके साथ ही पत्रकारों को कहा किसके परमिशन से तुम लोग अस्पताल आए हो निकलो यहां से नहीं तो केश कर के जेल भेजवा देंगे ,

 

मालूम हो कि डिलीवरी कराने के दौरान महिला स्वास्थ्य कर्मी के द्वारा 5000 रूपये का डिमांड किया गया था । डिलीवरी पैसेंट जुली कुमारी के द्वारा के पत्रकारों को इसकी सूचना दिया गया। घटना 19 जनवरी 2023 करीब रात 3 बजे की है जिसका पुष्टि करने के लिए कई पत्रकार पहुंचे, मामला सुनते ही डॉक्टर अनुष्ठा आक्रोशित हो गई और पत्रकारों से उलझ गई ।

 

डिलीवरी पेशेंट के अभिभावक ने बताया कि पैसा नहीं देने के कारण महिला डॉक्टर के द्वारा मेरे पेशेंट को मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया गया लेकिन मैंने अस्पताल के 70 से 80 मीटर की दूरी पर रिमझिम क्लीनिक में अपने पेशेंट को लेकर गया जहां नॉर्मल डिलीवरी हुई। अब आप समझ सकते हैं कि सन्हौला अस्पताल में कितनी लापरवाही है।

 

जब इसका शिकायत व पुष्टि के लिए पत्रकार अस्पताल पहुंचा तो प्रभारी के सामने अकाउंटेंट के द्वारा भी बदतमीजी किया गया व पत्रकारों का ही वीडियो बनाने लगा, सूत्रों के अनुसार पता चला कि जब डॉक्टर अनुष्ठा ड्यूटी पर रहती है तो अधिकतर पेशेंट का यही होता है, इसका एक प्राइवेट निजी क्लीनिक रिमझिम से तालमेल रहता है और वह रेफर कर के वहां निजी क्लीनिक में भेज देती है जिसके लिए उन्हें पांच हजार रूपये कमीशन के रूप में मिलता है, इस मामले में रिमझिम क्लीनिक के एक डॉक्टर ने भी पत्रकारों से डॉक्टर अनुष्ठा के बारे में फोन पर बातचीत कर पैरवी कर रहे थे और न्यूज़ नहीं चलाने की बात कर रहे थे, जिसका ऑडियो सुरक्षित रखा गया है.

 

पत्रकारों ने जब स्वास्थ्य प्रभारी से इस बारे में बात किया तो उन्होंने कहा पत्रकारों के साथ गलत किया है डॉक्टर अनुष्ठा को इस तरह से व्यवहार नहीं करना चाहिए एक डॉक्टर का कर्तव्य बनता है कि वह शालीनता से काम लें‌ और कहा कि मैं अपने स्तर से टीम बनाकर जांच कर सिविल सर्जन को इसके बारे में लिखूंगा और निश्चित ही कार्यवाही होगी ।

 

अब देखना यह है कि स्वास्थ्य विभाग व जिला पदाधिकारी भागलपुर के द्वारा ऐसे डॉक्टर पर कुछ कार्यवाही करते हैं ? या कुछ रुपयों का लेनदेन करके मामले को रफा-दफा कर दिया जाता है ?

Share This Article