भागलपुर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, भागलपुर में एक ऐसा अस्पताल जो हर समय चर्चे में रहता है यहां आए दिन प्रदर्शन हुआ करते हैं उसका कारण सिर्फ एक है यहां आए रोगियों को परिजनों के साथ यहां के डॉक्टरों एवं कर्मचारियों के द्वारा अमानवीय तरीके से दुर्व्यवहार किया जाता है, वह अस्पताल कोई और नहीं भागलपुर अवस्थित आदमपुर में तपस्वी नर्सिंग होम है ।यहां लोगों का प्रदर्शन आम बात बन गया है यू माने तो यहां आए दिन डॉक्टरों की लापरवाही से कई लोगों की जानें जा चुकी हैं।
परिजनों की मानें तो नाथनगर नसरत खानी का रहने वाला कपिल देव सिंह का पुत्र अमित कुमार की तपस्वी नर्सिंग होम में संदेहास्पद मौत हो गई है परिजनों का कहना है हमारे बेटे की मौत का जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ डॉक्टर हैं उनके लापरवाही के कारण ही मेरे बेटे की मौत हुई है मृत अमित के पिता कपिल देव सिंह ने बताया मेरे बेटे को सांस लेने में परेशानी हो रही थी मैंने तपस्वी नर्सिंग होम मैं उसे रविवार की रात एडमिट कराया और सोमवार की दोपहर उसकी मौत हो गई मैंने कितनी दफा डॉक्टर इलाज कर रहे शशिकांत जोशी को बताया लेकिन उनका कहना हुआ डॉक्टर मैं हूं या आप मैं जैसे इलाज कर रहा हूं होने दीजिए आप निश्चिंत रहिए आप के रोगी को कुछ भी नहीं होगा लेकिन अंततः अमित की मौत हो गई। गौरतलब हो कि अमित कुमार की शादी दिसंबर में ही हुई थी परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।
अस्पताल में शोर-शराबा होने के बाद जब मीडिया कर्मी कवरेज के लिए जैसे ही अस्पताल पहुंचे और चौथी मंजिल चढ़ने के लिए लिफ्ट पर सवार हुए तो वहां के कर्मियों ने लिफ्ट का लाइन काट दिया जिसके चलते कई मीडिया कर्मी घंटों लिफ्ट में फंसे रहे मीडिया कर्मियों का दम घुटने लगा तब जाकर लिफ्ट में फसे मीडिया कर्मी प्ले भागलपुर एसएसपी को फोन किया उन्होंने जब फोन रिसीव नहीं किया तो 112 पर डायल किया गया वह भी नहीं उठाए उसके बाद सीटी डीएसपी ने उठाकर आदमपुर थाना को सूचना दी तब जाकर लिफ्ट खोला गया और सभी मीडिया कर्मी की जान बची।
देखते ही देखते तपस्वी नर्सिंग होम अखाड़ा बन गया खास बात यह देखी गई थी अस्पताल के ही कर्मी मृत परिजन पर लाठी-डंडे लात घुसा बरसाना शुरू कर दिए परिजनों का बस इतना कहना था मेरे बेटे को मरने के बाद भी तो छोड़ दो इतना सुनते ही वहां के दो-तीन कर्मी उत्तेजित हो गए और परिजनों पर जोरदार प्रहार शुरू कर दिया जिससे कई लोग घायल हो गए आसपास के देखने वाले थे इसकी चपेट में आ गए।
घमासान रण क्षेत्र बना तपस्वी नर्सिंग होम में आदमपुर थाना क्षेत्र की पूरी टीम वहां पहुंच गई और मामले को शांत कराने का कोशिश किया साथी अमृत अमित कुमार के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।