सरकार के तुगलकी फरमान से शिक्षको में दिख रहा है रोष बावजूद इसके सभी शिक्षक रक्षाबंधन के दिन भी कर रहे विद्यालय में ड्यूटी।किसी ने कहा ड्यूटी के कारण नहीं जा सका राखी बंधाने मेरी कलाई है सुनी तो किसी ने कहा आमला के पेड़ में राखी बांध कर मनाया त्योहार। कह विभाग का यह आदेश नही है उचित ।
सदियों से चले आ रहे भाई बहन के पवित्र पर्व रक्षा बंधन पर शिक्षा विभाग के द्वारा जारी तुगलकी फरमान की रक्षा बंधन के दिन भी स्कूलों में जारी रहेगा पठन पाठन के कार्य का छात्रों ने तो विरोध किया और नागण्य संख्या में पहुंचे स्कूल । पर सरकारी जॉब होने के नाते मजबूरी वश जारी फरमान को पालन करते विधालय में।शिक्षक और शिक्षिका तो पहुंची पर उन्होंने ने भी इस आदेश का कड़े शब्दों में विरोध किया । वहीं बात करें मुंगेर के टाउन हाई स्कूल की तो वहां अजब नजारा देखने को मिला। जब शिक्षिका स्कूल आने के चलते अपने भाई के यहां नही जा सकी तो विधालय पहुंच शिक्षिकाओं ने आंवले के पेड़ में रक्षा सूत्र बांध मनाया रक्षाबंधन का त्योहार । वहीं स्कूल के कार्यरत शिक्षिकाओं ने बताया की इस तरह का फरमान कहीं से भी उचित नही है। रक्षा बंधन भैया बहन के अटूट रिश्ते का प्रतीत है। और इसमें छूटी रद्द कर देना यह एक गलत मंशा को दर्शाता है । मॉडल + 2 हाई स्कूल की प्रधानाचार्या कुमारी श्रीमती ने बताया की सरकार के आदेश के बाद सभी शिक्षक तो आए पर नगण्य संख्या में पहुंचे। तो वहीं शिक्षिक सुनिधि राज ने बताया की यह बहनों का पर्व है और इसे में उन्हें आज काफी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा पर जैसे तैसे करके वे स्कूल तो पहुंची पर यहां छात्र ही नदारद मिले। वहीं टाउन स्कूल के शिक्षक भूमिंजय कुमार यादव ने अपने आंसू को छुपाते हुए बताया की फरमान के बाद वे विधालय तो आए पर उसकी कलाई सुनी है क्यों की घर दूर है और वहां बहन भी आई है पर वे नहीं जा सके । टाउन स्कूल की शिक्षिका प्रियंका कुमारी ने बताया की हम शिक्षकों के पास बिलकुल भी छुट्टी नहीं है जिस कारण वे विधालय के आंवले के पेड़ में ही रक्षा सूत्र बांध रक्षा बंधन मनाया ।