ऋषिकेश
नालंदा। झारखंड के गोलमुरी पुलिस लाइन में पदस्थापित दरोगा तरुण पांडे का शव उनके पैतृक गांव परवलपुर प्रखंड के हरिपुर गांव पहुंचते ही पूरे गांव में मातम पसर गया। चारों तरफ रोने और सीखने की चित्कार सुनाई देने लगी।
गौरतलब है कि दरोगा तरुण पांडे नेतरहाट में दरोगा का ट्रेनिंग कर रहे थे और यह 2012 में खेल कोटे से झारखंड पुलिस में एसआई के पद पर तैनात हुए थे। जिन्होंने एक दिन पूर्व अपने सर्विस रिवाल्वर से सुसाइड कर ली।ग़ौरतलब है कि 27 जून को ही दरोगा तरुण पांडे की शादी पटना के कंकड़बाग में हुई थी। अभी शादी में लगे हाथों की मेहंदी का रंग भी फीका नहीं पड़ा था तरुण कुमार ने अपने ही सर्विस रिवाल्वर से सुसाइड कर ली।
वहीं परिजन इस घटना को आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या मान रहे है। परिजनों ने बिहार और झारखंड सरकार से इस घटना को लेकर सीबीआई जांच की मांग की है। ताकि उन्हें न्याय मिले और इस घटना में शामिल चेहरे बेनकाब हो सके। परिजनों ने कहा कि घटना के बाद दरोगा तरुण कुमार के हाथों में सर्विस रिवाल्वर का होना भी कई तरह के सवालों को खड़ा करता है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है। भले ही विभाग इसको आत्महत्या माने।
वहीं राजद प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज यादव ने भी घटना की जानकारी मिलते ही मृतक दरोगा के परिजनों से मुलाकात की और उन्होंने भी इस घटना को उजागर करने के लिए बिहार सरकार और झारखंड सरकार से सीबीआई जांच की मांग की है। बहरहाल इस मामले में कई तरह की बात सामने छन कर आ रही है जो मामला जांच के बाद ही आईने की तरह साफ हो पाएगा।