चतरा: सदर प्रखंड के खाप गांव में एक महिला और उसकी दूधमुंही बच्ची की सांप के डंसने से मौत हो गई। घटना मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात की है। परिजनों का आरोप है कि दोनों को इलाज के लिए सुबह पांच बजे अस्पताल लाया गया था। जहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने सांप के डंसने की बात को नकारते हुए बिना इलाज किए वापस भेज दिया। बाद में वापस घर लौटने के दौरान रास्ते में बच्ची की मौत हो गई। मामले मे परिजनों ने इलाज में लापरवाही बरतनेवाले डॉ. राजीव रंजन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
मामले में बताया गया कि सदर प्रखंड के खाप गांव निवासी राजू भारती की पत्नी व दूधमुंही बच्ची के साथ सोई हुई थी। इसी दौरान मंगलवार की आधी रात को करैत सांप ने डंस लिया। दोनों को आनन-फानन में उपचार के लिए सुबह करीब 5 बजे सदर अस्पताल लाया गया। जहां उस समय ड्यूटी पर डॉक्टर राजीव रंजन तैनात थे। उन्होंने सांप नहीं काटने की बात कहकर पीड़ित का उपचार करने के बजाय उन्हें डांट फटकार कर घर भगा दिया। इस दौरान परिजन लाख मारे गए सांप को दिखाते रहे, परन्तु डॉ राजीव रंजन ने उपचार नहीं किया।
दोबारा आए अस्पताल
गांव पहुंचने पर स्थानीय लोगों के समझाने के बाद राजू भारती दोबारा अपनी पत्नी को उपचार के लिए सदर अस्पताल लेकर आया। तब तक रोस्टर बदल गया था। ड्यूटी पर तैनात डॉ अरविंद केशरी ने महिला का उपचार करना शुरु कर दिया। अरविंद केसरी ने बताया कि महिला का उपचार किया जा रहा है। अगर स्थिति नियंत्रण नियंत्रण से बाहर हुआ तो इसे बाहर भेजा जा सकता है। हालांकि इससे पहले ही बच्ची की मौत हो गई।
विवादित रहा है डॉक्टर का काम
वहीं पूर्व मुखिया मो इकबाल ने बताया कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण बच्ची की जान चली गई। उन्होंने जिला प्रशासन व सरकार से ऐसे डॉक्टर को यहां से हटाया जाय।गौरतलब है कि डॉ राजीव रंजन का विवादों से चोली और दामन का रिश्ता रहा है। उनके ड्यूटी अवधि में आए दिन मरीजों के साथ दुर्व्यवहार और बदसलूकी के मामले सामने आते रहते हैं।
सोनू भारती