सीतामढ़ी से एक खबर निकलकर सामने आ रही है जहां महिला थाना में एक देवर ने अपनी भाभी के साथ शादी रचाई है दरअसल यह पूरा मामला सीतामढ़ी के महिला थाना का है बताया जा रहा है कि रंजीता देवी के पति की मौत एक वर्ष पहले हो चुकी थी. वही अपने पति के मौत बाद पिछले 1 वर्ष से महिला देवर से प्यार करने लगी थी और अपने देवर के साथ ही शादी करना चाहती थी. लेकिन गांव और समाज के कारण वह इस बात को बोल नहीं पा रही थी. जिसके बाद रंजीता न्याय के लिए महिला थाना पहुंची जहां एसआई मालती देवी ने रंजीता को न्याय दिलवाया और उसकी शादी पूरे हिंदू रीति रिवाजों के साथ महिला थाना में ही करवा दी.
पहले तो दोनों का जयमाला करवाया गया फिर दोनों ने एक दूसरे के मांग में सिंदूर भरकर 7 जन्म साथ निभाने की कसमें खाई. बताया जा रहा है कि रंजीता के पति की बिजली के करंट लगने से मौत हो गई थी. जिसके बाद पिछले 1 वर्ष से रंजीता और उसका देवर एक दूसरे से प्यार करने लगे थे लेकिन देवर अपने भाभी के साथ शादी से बीच में इंकार करने लगा था.
फिर बाद में यह मामला महिला थाने पहुंचा जहां महिला थानें की पुलिस ने देवर और भाभी की शादी करवा दी. देवर का नाम संतोष सहनी है जो अपनी भाई की मौत के बाद अपनी भाभी से ही प्यार कर बैठा और उससे शादी की इच्छा भी जताई संतोष सहनी की भाभी रंजीता का एक बच्चा भी है जो उसके पहले पति का है. रंजीता और दिनेश सहनी की शादी 5 वर्ष पहले हुई थी उसके 3 साल बाद रंजीता के पति दिनेश सहनी की मौत हो गई तब से रंजीता अकेले रहने लगी धीरे धीरे उसे अपने ही देवर से प्यार हो गया. इसके बाद समाज और पुलिस एवं दोनों परिवारों की सहमति से देवर और भाभी की शादी कराई गई है। थाने में कराई गई शादी के बाद दोनों देवर और भाभी ने पति पत्नी बनने के बाद मौजूद महिला पुलिसकर्मी के पैर छूकर आशीर्वाद लिए.