देह व्यापार में धकेली गयी पांच लड़कियों का हुआ रेस्क्यू। तुरकौलिया के महनवा बाजार में हुई कार्रवाई। बरामद में चार लडकिया है असम की। आर्केस्ट्रा की आड़ में चल रहा था देह व्यापार। मुक्ति फाउंडेशन और आइडिया चाइल्ड केयर नामक स्वयंसेवी संस्था ने चलाया रेस्क्यू। प्राथमिकी दर्ज करने के कारण राष्ट्रीय संरक्षण आयोग ने एकपी से मांगा स्फ्,्टीकरण।
ऑर्केस्टा की आड में देह व्यापार के काले खेल का मोतिहारी में उद्भेदन हुआ है। उद्भेदन तुरकौलिया थाना के महनवा बाजार से हुआ है। दिल्ली से आये स्वयंसेवी संस्थाओं के दो सदस्यों के प्रयास से इस काले खेल का कुलासा हुआ है। जहां से पांच नाबालिंग लडकियों को बरामद किया गया है। इस दौरान इस काले खेल में संलिप्तत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। छापामारी के दौरान अंधेरे का लाभ लेकर दो कारोबारी फरार होने में सफल रहे है। यह भी आरोप लगाया जा रहा है इस काले खेल में तुरकौलिया थाना पुलिस की पूरी संलिप्तता है। जिस कारण प्राथमिकी दर्ज करने मे देरी किया और टीम के सदस्यों के साथ साथ रेस्कयू हुई लडकियों के साथ दूर्व्यवहार करने का आरोप लगा है। रेस्कयू दिल्ली की मिशन मुक्ति फाउंडेशन और रेस्क्यू फाउंडेशन ने किया है। जबकि मोतिहारी संस्था आईडिया और चाईल्ड केयर के सहयोग से रेस्कयू किया गया। दिल्ली से आये मिशन मुक्ति फाउंडेशन के चेयरमैन वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि असम से गुप्त सूचना मिली थी जिसके आधार पर कार्रवाई किया गया है। तुरकौलिया के महनवा बाजार में ऑर्केस्टा संचालन की आड में देह व्यापार का धंधा चलाया जा रहा था।
जिसमें एस के निर्देश पर तुरकौलिया थाना पुलिस ने छापामारी में सहयोग किया लेकिन एफआईआर दर्ज करने में काफी देरी किया जाता रहा। इस दौरान मुख्य अभियुक्त मुसा शेख नामक सरगना के नाम को हटाने का दवाब भी दिया जाता रहा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नई दिल्ली के निर्देश पर प्राथमिकी दर्ज करने और लडकियों को बाल कल्याण समिति के समक्ष भेजने की कार्रवाई शुरु किया गया। इस देरी करने, दबाव देने और दूर्व्यवहार करने के कारण आयोग ने एसपी के माध्यम से चुरकौलिया थानाध्यक्ष से स्पष्टीकरण की मांग किया है। वहीं मोतिहारी की आईडिया नामक संस्था के संचालक दिग्विजय ने कहा कि देरी करने और दूर्व्यवहार करने से लगाता है कि तुरकौलिया थाना पुलिस की मिलीभगत इस काले कारोबारियों से है।