भागलपुर नगर निगम में दो खेमा बट गया है एक नगर निगम प्रशासन और दूसरा नगर निगम के महापौर उपमहापौर और पार्षद ,दोनों में लगातार 36 का आंकड़ा देखा जा रहा है, नगर आयुक्त और महापौर की लड़ाई में शहर वासियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ,2 दिन पहले शांति समिति की बैठक की गई थी जिसमें नगर आयुक्त ने महापौर उपमहापौर के गैरमौजूदगी में ही शांति समिति की बैठक कर लिए जिससे महापौर उपमहापौर और पार्षद काफी नाखुश हैं, नगर आयुक्त के इस रवैया से परेशान होकर आज नगर निगम भागलपुर परिसर में पार्षद एकता मंच के बैनर तले एक दिवसीय सांकेतिक धरना का आयोजन किया गया यह सांकेतिक धरना प्रदर्शन में शहर के सभी वार्ड के पार्षदों ने नगर आयुक्त के खिलाफ हल्ला बोल प्रदर्शन किया, प्रदर्शनकारी पार्षदों का कहना है कि नगर आयुक्त हमलोगों को कुछ समझते ही नहीं है हमलोगों की किसी बातों पर अमल नहीं करते ,हमलोग जनता के द्वारा चुनकर नगर निगम आए हैं पार्षद बने हैं और जनता के बीच जो वायदे हम लोगों ने किए हैं वह हम लोग पूरे नहीं कर पा रहे हैं उसका मुख्य कारण है नगर निगम के नगर आयुक्त का अपने हिसाब से नियम तय करना और मेयर उप मेयर और पार्षदों की बातों को अनसुना करना जिसके चलते ना तो शहर में सफाई हो पा रही है नहीं और मूलभूत सुविधा ढंग से मिल पा रही है साथ ही साथ प्रदर्शनकारी पार्षदों ने कहा होल्डिंग टैक्स में भी जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है सभी पार्षदों ने एक सुर में कहा कि नगर आयुक्त की हिटलर शाही नहीं चलने देंगे ,अगर नगर आयुक्त हम लोगों की बातों को नहीं सुनेंगे तो हम लोग सड़क से सदन तक आवाज पहुंचाएंगे और यह प्रदर्शन और भी बड़ा रूप लेगा हम लोग नगर निगम का कामकाज ठप कर देंगे।