NEWSPR DESK- नगर निकाय चुनाव में पिछड़ों के आरक्षण में व्यवधान पैदा करने वाली भाजपाई साजिश के खिलाफ आज भाकपा-माले के अलावे कई राजनीतिक दलों ने राज्यव्यापी विरोध दिवस मनाया।
भागलपुर में स्थानीय घंटाघर चौक एवं स्टेशन चोंक से प्रतिवाद मार्च निकाला गया। आरक्षण विरोधी भाजपाइयों शर्म करो – अतिपिछड़ों से प्रेम का नाटक बन्द करो, आरक्षण को खत्म करने की भाजपाई साजिश का भंडाफोड़ करो, न्यायालय – न्यायालय का खेल बन्द करो – निकाय चुनाव सहित हर क्षेत्र में आरक्षण लागू करो, आरक्षण पर हमला नहीं सहेंगे – आदि नारों को बुलंद करते हुए मार्च बड़ी पोस्टऑफिस के रास्ते कलेक्ट्रेट गेट पहुंच जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रतिवाद मार्च का नेतृत्व भाकपा-माले के राज्य कमिटी सदस्य कॉमरेड एस के शर्मा, जिला सचिव कॉमरेड बिंदेश्वरी मंडल और नगर प्रभारी व ऐक्टू राज्य सचिव कॉमरेड मुकेश मुक्त ने की वहीं स्टेशन चोंक पर अर्जुन शर्मा एवं अनुल् होदा के नेतृत्व मे प्रतिवाद मार्च निकाला गया।
प्रदरसन कारियों ने सभा को सम्बोधित करते हुए आरोप लगाया कि नगर निकाय चुनाव में पिछड़ों का आरक्षण भाजपाई साजिश का शिकार हुआ है। कॉमरेडों ने कहा कि पिछड़ी/अतिपिछड़ी जातियों का पिछड़ापन कोई अबूझ पहेली नहीं है। इसकी जरूरत दिन के उजाले की तरह साफ है। शिक्षा और नौकरी में आरक्षण के साथ पंचायतों/नगर निकायों सहित अन्य राजनीतिक संदर्भों में पिछड़ों/अतिपिछड़ों को आरक्षण उनके ऐतिहासिक पिछड़ेपन को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
कॉमरेडों ने कहा कि बिहार में जातीय जनगणना होने वाली है। जनगणना के बिंदुओं को और व्यापक बनाने का निर्देश भी हाई कोर्ट दे सकता था जिससे कि पिछड़ों के आरक्षण के ट्रिपल टेस्ट की शर्तें भी पूरी हो जातीं। चुनाव अंतिम चरण में था। आर्थिक संकट के इस गंभीर दौर में सरकार और जनता के करोड़ों रुपए खर्च हो चुके थे। इसे रोकना न सिर्फ एक भारी आर्थिक क्षति है, बल्कि स्थानीय स्तर पर कार्यरत लोकतांत्रिक प्रणाली को भी बाधित करना है।