बाढ़ः सावन की पहली सोमवारी पर उत्तरायण गंगा के तट पर बसा बाढ़ के उमानाथ धाम में श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ देखी गई। लोग गंगा स्नान कर शिव मंदिर में दरवाजे पर ही पूजा- अर्चना करते देखे गए। कोरोना के कारण मंदिर के दरवाजे को बंद कर दिया गया है। लेकिन श्रद्धालुओं में इसका कोई असर नजर नहीं आया। लगभग सभी शिवालयों में यह स्थिति रही। वह चाहे गंगा स्नान करते वक्त का नजारा हो या मंदिर में पूजा करते वक्त का, सभी जगह सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाई गई।
नहीं दिखी सुरक्षा व्यवस्था
मंदिर प्रबंधन द्वारा तो धार्मिक न्यास बोर्ड के आदेश का पालन करने की भरसक कोशिश की गई है। लेकिन स्थानीय प्रशासन द्वारा इसे नकारा गया है। जबकि धार्मिक न्यास बोर्ड का स्पष्ट आदेश जारी है कि भीड़ बढ़ने वाली मंदिरों में पुलिस बल के साथ दंडाधिकारी मौजूद रहेंगे लेकिन बाढ़ के अति व्यस्ततम मंदिरों में शुमार उमानाथ धाम में कहीं कोई दंडाधिकारी या पुलिस बल मौजूद नहीं थे।
शिवलिंग तक जल नहीं पहुंचने से श्रद्धालुओं में निराशा
कुछ श्रद्धालुओं की मांग है कि मंदिर प्रबंधन द्वारा दरवाजे से लेकर शिवलिंग तक जल पहुंचने की व्यवस्था की जाए! क्योंकि उमानाथ धाम में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जिसके कारण श्रद्धालुओं में नाराजगी है। क्योंकि जलाभिषेक का जल शिवलिंग तक नहीं पहुंच रहा है।