NEWSPR डेस्क। एक ओर सरकार किसानों के लिए बड़े बड़े दावे तो करती है लेकिन उसकी ज़मीनी हक़ीक़त बिल्कुल ही उल्टा है। ताज़ा मामला नालंदा ज़िले के किसानों का है जहां एक हफ़्ते से आलु उखाड़ कर खेत में रखे हुए हैं लेकिन कोल्ड स्टोरेज के मालिक उसे रखने से इंकार कर रहे हैं। जिससे किसानों की मुश्किलें बढ़ गई है। इसको लेकर किसान ज़िला प्रशासन और सरकार से गुहार लगा रहे हैं।
बता दें कि आलु उत्पादन में विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले राष्ट्रपति पुरस्कृत राकेश कुमार ने बताया कि यहां बिचौलियों द्वारा आलू कोल्ड स्टोरेज पर कब्ज़ा कर लिया गया है। स्थानीय किसानों के द्वारा उपजाए गए फसल को कोल्ड स्टोरेज में रखने में आनाकानी किया जा रहा है लेकिन दूसरे जगह के किसानों के आलू की फसल को लिया जा रहा है।
अगर समय रहते कई एकड़ में उपजाए गए आलू की फसल को कोल्ड स्टोरेज में नहीं रखा गया तो पूरा तरह से किसानों की मेहनत और फसल दोनो बर्बाद हो जाएगा। जिससे मझौले किसान को लाखों का नुकसान झेलना पड़ेगा। और अगले साल खेती कर पाना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए सरकार सभी कोल्ड स्टोरेज में जल्द से जल्द आलू रखवाने की व्यवस्था करें अन्यथा अन्य दाता भुखमरी के शिकार होंगे और आत्महत्या जैसी वारदात भी बढ़ेगी।
ऋषिकेश संवाददाता नालंदा