नालंदा में लगातार हो रही बारिश के कारण जहां खेतों में लगी सब्जियां सड़ गल रही हैं तो वही किसानों के घरों में रखे प्याज भी सड़ने लगे हैं। इससे बिहार शरीफ के किसान सैकड़ों टन प्याज सड़कों पर फेंकने को मज़बूर हो गए हैं। हालाकी सड़क पर प्याज फेंके जाने से बदबू आने लगी है और संक्रमण का भी खतरा बढ़ने लगा है। किसानों का कहना है कि पिछले वर्ष भी यही आलम था और हजारों टन प्याज फेंकना पड़ा था, इस बार भी वही आलम है।
हम आपको बता दें प्याज आलू और सब्जी उत्पादन में बिहार शरीफ का आशा नगर ,सोहसराय ,सलेमपुर पूरे प्रदेश में अब्बल माना जाता है। ऐसे परिवेश में इस मौसम ने किसानों की माली हालत खराब कर दी है। इतने बड़े पैमाने पर सब्जियां और प्याज सड़ गल जाने से किसान मायूस दिख रहे हैं।
किसान उमेश प्रसाद का कहना है कि मौसम खराब रहने के कारण प्याज घरों में सुरक्षित नहीं रह सका जिसके कारण प्याज को फेंकना पड़ रहा है। कुछ किसान ऐसे हैं जिन्होंने कर्ज लेकर प्याज की खेती की थी उनकी हालत सबसे ज्यादा खराब हो गई है। दरअसल प्याज किसान अपने घरों में स्टोर कर रखते हैं और जब कीमत अधिक होती है तब उसे बाजारों में उतारते हैं मगर यह उनकी मंशा धरी की धरी रह गई।