भागलपुर : जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की सुझघाट तेज हो रही है वैसे-वैसे भागलपुर के एक परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही है, हम यह बात इसलिए कह रहे हैं कि भागलपुर के अंबई निवासी मूर्तिकार रणजीत पंडित के निजी आवास को कोरोना संक्रमण काल में हुए 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान केंद्र बनाया गया था, रंजीत की माने तो उस समय भागलपुर जिला निर्वाचन कार्यालय में कार्यरत एक अधिकारी के द्वारा उसे गुमराह कर कार्यालय खोले जाने की बात कह उसके निजी आवास को मतदान केंद्र बना दिया गया था, वह मूर्तिकार है और घर में पूरा परिवार मेहनत कर मूर्ति तैयार कर अपना और अपने परिवार का जीवन यापन करता है, मतदान केंद्र बनाए जाने से उसका व्यापार प्रभावित होता है , जिसके कारण जीवन यापन पर भी असर पड़ता है, रणजीत पंडित ने कहा कि वह किसी भी कीमत पर अपने मकान को मतदान केंद्र नहीं बनने देगा चाहे उसके लिए पूरे परिवार को आत्महत्या ही क्यों नहीं करना पड़े ,वही मूर्तिकार रणजीत पंडित की पत्नी अनीता देवी ने कहा कि उसके दो मंजिले मकान में नीचे मूर्ति तैयार होता है और नीचे में ही एकमात्र शौचालय है, महिला होने के नाते मतदान केंद्र बनाए जाने पर उसको और उसकी बेटी को तो परेशानियों का सामना करना ही पड़ता है, साथ ही साथ उसकी बेटी की पढ़ाई भी बाधित होती है.