NEWSPR डेस्क। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जनता दरबार चल रहा है। इस दौरान सीएम के सामने एक से एक शिकायतें आ रही है, जिसपर खुद मुख्यमंत्री भी भौचक्के रह जा रहे हैं। रोहतास के 2 आवेदकों ने मुख्यमंत्री से शिकायत किया कि पीएम सड़क योजना के तहत हमारे गांव में सड़क बनी लेकिन उसे अधूरा छोड़ दिया गया। गांव को सड़क से नहीं जोड़ा गया। इस पर मुख्यमंत्री ने आश्चर्य जताते हुए ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव को फोन लगाया।
एक शिकायतकर्ता ने सीएम नीतीश से कंप्लेन किया कि एक सड़क के निर्माण में 2 एमएलसी का फंड लगा और मनरेगा की 2 योजना लगी। फिर भी आज तक सड़क का कार्य पूर्ण नहीं हुआ। सरकारी राशि का भारी दुरूपयोग हुआ है। इस पर भी सीएम नीतीश ने आश्चर्य जताया और कहा कि 2-2 एमएलसी फंड लगा फिर भी सड़क नहीं बनी। मुख्यमंत्री ने विकास आयुक्त को फोन लगाकर कहा कि इस मामले को देखिए। सीएम नीतीश ने कहा कि आरोप है कि 2 विधानपार्षदों का फंड दिया गया फिर भी सड़क नहीं बनी। इस मामले को योजना एवं विकास और पंचायती राज विभाग के साथ समीक्षा करिए।
इतना ही नहीं मुख्यमंत्री के सामने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत से राशि नहीं मिलने और उद्योग विभाग की तरफ से दिए जाने वाले अनुदान की राशि मुहैया नहीं होने का मामला भी पहुंचा. उद्योग विभाग के अंतर्गत एक युवक को जब अनुदान नहीं मिला तो उसने मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचकर शिकायत की युवक ने आरोप लगाया कि डीएम साहब जाने पर उसे डांट कर भगा देते हैं।