NEWSPR DESK -गया,तेजस्वी यादव प्रदेश के उप मुख्यमंत्री रहे हैं। उनके कार्यकाल में भी पुल के गिरने की घटना हुई है। हाल में जो पुल गिरे हैं। उसका डीपीआर भी उन्हीं के कार्यकाल में तैयार हुआ और काम शुरू किया गया। ऐसे में हम उन्हें नसीहत देना चाहते हैं कि जब वे नौकरी बांटने का क्रेडिट जबरन लेने में जुटे हैं तो पुल के गिरने का भी डिस्क्रेडिट उन्हें लेना चाहिए। क्योंकि दोनों काम तो उन्ही के कार्यकाल में हुआ है। हालांकि नौकरी देने का काम मुख्यमंत्री करता है। बावजूद इसके वह क्रेडिट लेने में जुटे हैं। ऐसे में पुल के गिरने का भी क्रेडिट लेना चाहिए। वे भोली-भाली जनता को गुमराह करने में केवल जूट हैं। यह बातें गया में एक सम्मान समारोह कार्यक्रम में बिहार सरकार के मंत्री सन्तोष कुमार सुमन ने मीडिया के सवालों के जवाब में बोले।
वहीं, तेजस्वी यादव के बयान बिहार में गिरती कानून व्यवस्था के जवाब में कहा कि जंगल राज के नायक जब इस तरह की बात करते हैं तो बड़ा हास्यास्पद लगता है। उनकी सरकार और उनकी पार्टी खुद लम्बे समय तक जंगल राज का जन्मदाता रहा है। जिससे बिहार पूरी तरह से त्रस्त रहा है। वर्तमान में अपराध को कौन बढ़ावा दे रहा है। यह सब को पता है। उनके खिलाफ कार्रवाई भी हो रही है।
वहीं, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा की मांग से जुड़े सवाल के जवाब में कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए। बिहार एक गरीब प्रदेश है। विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तो रोजगार का सृजन होगा। इससे युवा को रोजगार मिलेगा। राज्य तरक्की करेगा।