बाघमाराः विस्थापन के बाद कंपनी द्वारा दूसरी जगह नौकरी दिलाने का भरोसा दिया गया। लेकिन यह आश्वासन झूठा निकला। नौकरी पाने की टूटी उम्मीदों के बाद तीन युवकों ने आत्मदाह करने की तैयारी की थी। लेकिन समय रहते पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है।
मामला बीसीसीएल द्वारा विस्थापित ग्रामीणों से जुड़ा हुआ है। आत्मदाह करनेवाले युवकों की मानें तो केशरगढ़ बस्ती बीसीसीएल ब्लॉक 02 द्वारा संचालित कोयला खदान से पूरी तरह प्रभावित है, जो अब प्रबन्धन के साथ वार्ता में मिले आश्वाशन के बाद विस्थापित किया जाना है,पर अबतक मामला अधर में लटका हुआ है। इसी क्रम मे यहाँ के बेरोजगार युवकों ने डेको आउटसोर्सिंग में नियोजन की मांग को लेकर स्थानीय प्रबन्धन से की थी। पर अबतक सिर्फ आश्वसन से काम चलाना पड़ रहा है।
खदान से बेकार हो गई खेती योग्य जमीन
गांव में कोयला खदान के कारण खेती योग्य जमीन पहले ही बेकार हो गए हैं। ऐसे में खदान के विस्थापन के बाद यहां के लोंगों के सामने रोजगार का संकट उत्पन्न हो गया है। जिससे परेशान होकर हिरासत में लिए गए केशरगढ़ के तीनों युवकों ने आत्मदाह की चेतावनी 15 दिन पूर्व सम्बंधित उच्चाधिकारियों को दी थी। इसी को लेकर प्रशासन ने ऐहतियात के रूप में कार्रवाई करते हुए आत्मदाह की चेतावनी देनेवाले युवकों को आत्मदाह से पहले हिरासत में ले लिया। फिलहाल इन ग्रामीणों की समस्या के समाधान को लेकर प्रबन्धन से सम्पर्क साधा जा रहा है,ताकि समुचित वार्ता की जा सके।