जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में जल -जीवन- हरियाली अभियान की समीक्षात्मक बैठक हिंदी भवन सभागार में की गई। बैठक में वर्षा जल संचयन का निर्माण , कुओं का जीर्णोद्धार, सोख्ताका निर्माण, वृक्षारोपण जैविक खेती आदि बिंदुओं के तहत संबंधित विभाग के अधिकारी के साथ समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिया गया।
वैसे विद्यालय भवन एवं स्वास्थ्य केंद्र जिसका छत 3000 sq ft या उससे अधिक है उसमें वर्षा जल संचयन (रेन वाटर हार्वेस्टिंग) का कार्य कराया जाना है। बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि जिला अंतर्गत 873 विद्यालय भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का लक्ष्य है । इसके लिए कुल 161 भवन के लिए आवंटन उपलब्ध कराए गए जिसमें से 129 भवन में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य पूरा किया गया। जिलाधिकारी ने उपलब्ध आवंटन के परिप्रेक्ष्य में शेष 32 भवनों में 1 माह के अंदर रेन वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने आवंटन के लिए शेष 712 भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य पूरा कराने के लिए विभाग से समन्वय स्थापित कर आवंटन प्राप्त करने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने इन योजनाओं मे रोजगार सृजन की संभावनाओं को देखते हुए उप विकास आयुक्त को मनरेगा से भी विद्यालय भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य कराने का निर्देश दिया। इसके लिए मनरेगा के प्रोग्राम पदाधिकारी को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर प्रखंडवार सूची प्राप्त करने तथा उप विकास आयुक्त को वर्क प्लान तैयार कर मिशन मोड मे एक माह के अंदर कार्य पूरा कराने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य केंद्र भवनों जिसके छत का क्षेत्रफल 3000sq ft या उससे अधिक है, में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य कराया जाना है।
बैठक में अवगत कराया गया कि ऐसे 31 स्वास्थ्य केंद्र भवन को चिन्हित किया गया जहां रेन वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य किया जाना है। इसमें से 5 स्वास्थ्य केंद्र भवन में वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य पूरा किया गया है। जिलाधिकारी ने शेष स्वास्थ्य केंद्र भवन मैं वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य कराने के लिए विभाग से आवंटन हेतु समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया। विगत 2 वर्ष से आवंटन उपलब्ध नहीं रहने के कारण कार्य बाधित है। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि जिला अंतर्गत कुल 28135 सार्वजनिक चापाकल है जिसके पास सोख्ता का निर्माण कराया जाना है । इसमें से 1000 सोख्ता का निर्माण कराया जा चुका है ।
जिलाधिकारी ने 27000 सार्वजनिक चापाकल के पास सोख्ता का निर्माण 3 माह के अंदर पूरा करने का निर्देश उप विकास आयुक्त को दिया। जिला अंतर्गत कुल 7339 कुओं का जीर्णोद्धार कराया जाना है ।इसमें से 263 कुओं का जीर्णोद्धार कराया जा चुका है। जिलाधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए कुओं का जीर्णोद्धार 3 माह के अंदर पूरा कराने का निर्देश उप विकास आयुक्त को दिया। इसके लिए जिलाधिकारी ने उप विकास आयुक्त को प्रखंडवार/ पंचायत वार प्लान तैयार करने तथा साप्ताहिक मॉनिटर कर कार्य में प्रगति लाने का निर्देश दिया। जिला अंतर्गत सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए पाया गया कि जिला अंतर्गत मनरेगा के तहत 404000 पौधारोपण का लक्ष्य है जिसके विरुद्ध जिला में 202000 पौधारोपण किया गया है जो लक्ष्य का 53% है। जिलाधिकारी ने पृथ्वी दिवस 9 अगस्त के पूर्व तक वृक्षारोपण का कार्य पूरा कराने का निर्देश दिया।
समीक्षा के क्रम में वृक्षारोपण में न्यून प्रदर्शन करने वाले प्रखंडों को चिन्हित कर उस प्रखंड के प्रोग्राम पदाधिकारी मनरेगा को कार्य में प्रगति लाने का सख्त निर्देश दिया गया। वृक्षारोपण में उपलब्धि के दृष्टिकोण से प्रखंडों की स्थिति इस प्रकार है पुनपुन में 25%, बिहटा में 35%, दानापुर की उपलब्धि 37% ,धनरूआ 38%, बाढ़ की उपलब्धि 40% है। वृक्षारोपण कार्य में विशेष ध्यान देने तथा प्रगति लाने का सख्त निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने सभी 23 प्रखंड मे मनरेगा भवन के निर्माण की अद्यतन स्थिति संबंधी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने तथा सभी जगह कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया। बैठक में उप विकास आयुक्त श्री रिचि पांडे, अपर समाहर्ता राजस्व श्री राजीव श्रीवास्तव डायरेक्टर डीआरडीए श्री अरविंद कुमार सभी प्रोग्राम पदाधिकारी मनरेगा सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।