पटना विश्विद्यालय में छात्रसंगठन आइसा के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। पटना कॉलेज के भाषा भवन से विश्विद्यालय गेट तक कई मांगों को लेकर मार्च करते हुए आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने विश्विद्यालय में छात्र-छात्राओं की सुरक्षा की मांग, नए सत्र मे नामांकन फार्म शुल्क वृद्धि एवं वोकेशनल कोर्सेस मे फी वृद्धि वापस लेने की मांग की। साथ ही विश्विद्यालय के जर्जर भवनों की मरम्मत करने को लेकर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन में आइसा के राज्य सह- सचिव विकाश यादव ने कहा कि आज नई शिक्षा नीति के कारण अलग-अलग विषयों में फाइनेंसियल ऑटोनोमी को लागू कर व्यापक फीस वृद्धि किया जा रहा है। आज नई शिक्षा नीति के लागू होने से शिक्षा की गुणवत्ता खराब होगी। साथ ही शिक्षा महँगी होने के कारण के लाखों छात्र पढ़ाई छोड़ने को मजबूर होंगे। आइसा नेता नीरज यादव ने कहा कि नए सत्र के नामांकन फॉर्म में हुई शुल्क वृद्धि वापस ले एवं शिक्षकों-कर्मचारियों के खाली पदों को तत्काल भरे। दिव्यम ने कहा कि विश्विद्यालय प्रशासन नई शिक्षा नीति लागू कर निजीकरण को बढ़ावा दे रही हैं। कैंपस में जर्जर पड़े भवनों को तत्काल मरम्मती करवाये। होस्टलों का आवंटन करने के साथ ही उसमे बुनियादी सुविधाएं जैसे मेस ,पाठ्य पाठन का समुचित व्यवस्था करे।
प्रदर्शन में आइसा राज्य सह सचिव विकास यादव , आइसा नेता नीरज यादव, दिव्यम, राजकुमार,चंदन, मृणाल, वोकेशनल कोर्स जैसे पत्रकारिता विभाग के छात्र विशाल विनायक, कुनाल, सीनू, चंदन, शक्ति कुमार, शिवम ओझा , विमलेन्दु ठाकुर,कन्हैया प्रभाकर समेत दर्जनों छात्र मौजूद थे