पटना : केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर के दर्शन करने के लिए पटना आवास पर सैकड़ों कार्यकर्ता हाजीपुर से पहुंचे हैं और अपने नेता को श्रद्धांजलि दे रहे हैं.
वही हाजीपुर से पहुंचे सैकड़ों लोजपा के कार्यकर्ता पार्थिव शरीर को हाजीपुर ले जाने के लिए मांग कर रहे है. कार्यकर्ताओं का साफ तौर से कहना है कि कम से कम पांच मिनट के लिए ही सही, लेकिन उनके पार्थिव शरीर को ले जाया जाए.
रामविलास पासवान बार-बार कहते थे कि उनका हाजीपुर से रिश्ता एक मां बेटे के रिश्ते के जैसे हैं. इस भूमि को वह मां को दर्जा देते थे. हाजीपुर से रामविलास पासवान कई बार जीत कर लोकसभा पहुंचे थे. यहां से कई बार रिकॉर्ड मतों से जीत का रिकॉर्ड भी बनाया था.
जब रामविलास पासवान राज्यसभा पहुंचे तो यहां से अपने छोटे भाई पशुपति पारस को उम्मीदवार बनाया. वह भी जीतकर संसद पहुंचे. हाजीपुर के लोगों का रामविलास के साथ काफी लगाव रहा है.
आज 1:30 बजे से दीघा स्थित जनार्दन घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.