पितृपक्ष मेला 2023 के सफल आयोजन तथा देश विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर लिया गया जायजा।

Patna Desk

गया, पितृपक्ष मेला 2023 के सफल आयोजन तथा देश विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सभी वेदी स्थल में पूर्व से किये जाने वाले आधारभूत सुविधाओं यथा साफ सफाई, पेयजल व्यवस्था, पर्यपत टॉयलेट, तालाब के काई की सफाई, सीढ़ी की मरामति, घाटो/ रास्तो/ तालाबो/ सरोवर में पर्यपत रोशनी, भीड़ नियंत्रण की वैकल्पिक व्यवस्था, नियमित बिलीचिंग पाउडर का छिड़काव, कुंडो की सफाई, यात्रियों को बैठकर तर्पण करने की व्यवस्था आदि की तैयारियों का जायजा आज जिला पदाधिकारी, गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा वेदी स्थल एवं कुंड स्थल जाकर घूम कर देखा गया।

विदित हो कि इस वर्ष पितृपक्ष मेला 28 सितंबर से शुरू होकर 14 अक्टूबर तक चलेगा, इस 15 दिनों में लाखों तीर्थयात्री तर्पण करने यहां आते हैं, प्रशासन द्वारा हर स्तर पर उनकी सुविधाओं को उपलब्ध करवाने के लिये बेहतर से बेहतर काम करवा रहे हैं, ताकि यात्रियों को कोई छोटी से छोटी भी असुविधा न हो सके।

निरीक्षण के कड़ी में आज डीएम गया द्वारा अक्षयवट वेदी स्थल का जायजा लिया गया। पिछले वर्ष यहां परिसर में जल जमाव की शिकायत प्राप्त हुई थी, इसे देखते हुए इस वर्ष कई आवश्यक कदम लिए गए हैं, जिनमे सेफ्टी टैंक के ऊपर अच्छे गुणवत्ता वाले नाले निर्माण कराने का निर्देश दिए हैं। अक्षय वट के सामने उच्च क्वालिटी वाले ड्रेनेज सिस्टम बनवाने का निर्देश दिए हैं। नगर आयुक्त को निर्देश दिया है कि अक्षय वट से ब्रह्मायोणी पहाड़ जाने वाले रास्ते को समतल करवाएं साथ ही आसपास रोड पर अतिक्रमण कर खोले रखे हुए खटाल को अभिलंब जांच कराते हुए अतिक्रमण मुक्त करावे।

अक्षय वट मोड़ के समीप कल्वर्ट को भरकर ऊपर से सड़क निर्माण होने के कारण जलजमाव की बात बताई गई, इस पर जिला पदाधिकारी ने गंगाजल के कार्यपालक अभियंता तथा नगर निगम के अभियंता को आपस में समन्वय कर अगले 3 दिनों के अंदर अक्षय वट के बाहर ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त करवाने का निर्देश दिए।

इसके उपरांत समुदायिक भवन अक्षय वट का निरीक्षण किया गया, उसमें भी जिला पदाधिकारी ने सभी टॉयलेट को मरम्मत, पानी की व्यवस्था, पंखा , लाइट इत्यादि की व्यवस्था, साफ सफाई की व्यवस्था ,पानी निकासी की व्यवस्था सभी तेजी से आकलन कर काम करवाने का निर्देश दिए। उन्होंने थोड़ी बहुत गंदगी देखकर निर्देश दिया कि रंगाई पुताई का भी काम तेजी से करवा ले।

रुकमणी तालाब के निरीक्षण के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी सदर को निर्देश दिया कि तालाब के आसपास एवं पहाड़ियों के तलहटी में नए-नए अनेक भवन के कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है, अनुमान है कि यह सभी अतिक्रमण कर अवैध कंस्ट्रक्शन है इसे नगर निगम एवं अनुमंडल पदाधिकारी संयुक्त रूप से अभियान चलाकर जांच करें। साथ ही उन्होंने कहा कि सूचना प्राप्त हुई है कि संध्या के समय यहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है इसे लेकर विष्णुपद थाना पूरी सक्रियता के साथ औचक छापेमारी का कार्य करें। नियमित तौर पर रात्रि गश्ती होना अनिवार्य है।

तालाब के बाउंड्री वाल में लगे ग्रिल को असामाजिक तत्वों द्वारा उखाड़ देने को लेकर निर्देश दिया कि नए सिरे से अच्छे गुणवत्ता वाले बाउंड्री वाल में ग्रिल लगवाना सुनिश्चित करें ताकि यात्रियों को कोई परेशानी ना हो साथ ही निर्देश दिया कि अभी से लेकर पितृपक्ष मेला के समापन अवधि तक 2 होमगार्ड अक्षय वट तथा रुक्मिणी तालाब की देखरेख के लिए प्रतिनियुक्त रखा गया है। अक्षय वट एवं रुकमणी तालाब के समीप रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था रहे इसे सुनिश्चित करावे साथ ही नगर निगम ने बताया कि इस स्थान पर हाई मास्ट लाइट लगाने का कार्य भी किया जा रहा है।

जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि अक्षय वट रुक्मिणी वेदी स्थल में कई जगह पर टाइल्स टूटे हुए हैं इससे अच्छे से आकलन कर अभी से ही मरम्मत करवाना चालू करावे।

रुकमणी तालाब के पीछे बने प्लस टू चंद्रशेखर उच्च विद्यालय के बाहर जमा पानी को देखकर जिला पदाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए उक्त विद्यालय के प्राचार्य को फटकार लगाते हुए निर्देश दिया कि विद्यालय के मेंटेनेंस फंड से विद्यालय के बाहर पेवर ब्लॉक तथा सोख्ता का निर्माण करावे, जिससे विद्यालय की खूबसूरती और दिखेगी। विद्यालय के टॉयलेट को नियमित साफ-सफाई करवाएं।

इसके उपरांत ब्रह्मसत तालाब का निरीक्षण किया।कागबलि वेदी पिंड स्थल के पास लगे प्याऊ को अविलंब चालू करवाने का निर्देश दिए। इसके उपरांत वैतरणी तालाब के निरीक्षण के दौरान नगर निगम को निर्देश दिया कि तालाब में जमे काई को अच्छे से साफ करावे। नियमित तौर पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करवाते रहें। पानी मे गंदगी न फैले इसको लेकर साफ करवाते रहे।

निरीक्षण के क्रम में नगर आयुक्त नगर निगम गया, उप विकास आयुक्त, सहायक समाहर्ता, अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, वरीय उप समाहर्ता गण, विभिन्न विभागों के अभियंता गण सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

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